लखनऊ में RSS-BJP की समन्वय बैठक, सेवा पखवाड़े पर भी चर्चा; बेहतर तालमेल के लिए सौंपी गई जिम्मेदारियां
लखनऊ में RSS, बीजेपी और यूपी सरकार के बीच समन्वय में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. यूपी सरकार से बेहतर तालमेल, शिक्षा, सामाजिक क्षेत्रों में पैठ बढ़ाने समेत सेवा पखवाड़े पर भी चर्चा की गई. साथ ही समन्वय बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष में संगठनात्मक विस्तार पर भी जोर दिया गया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS), बीजेपी (BJP) और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच आपसी समन्वय को और सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं. रविवार को निराला नगर में आयोजित पूर्वी क्षेत्र की तीन दिवसीय समन्वय बैठक में इस दिशा में ठोस निर्णय लिए गए. बैठक में संघ, बीजेपी और सरकार के बीच बेहतर तालमेल के लिए तीन प्रमुख नेताओं को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गईं.
मुख्यमंत्री स्तर से जुड़े संघ के मामलों की जिम्मेदारी भाजपा के प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह को दी गई है. भाजपा संगठन से संबंधित मुद्दों को किसान मोर्चा के अध्यक्ष कामेश्वर सिंह देखेंगे. इसके अलावा, सरकार के मंत्रियों से जुड़े मामलों की जिम्मेदारी प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य को सौंपी गई है. यह निर्णय संगठनात्मक और प्रशासनिक स्तर पर समन्वय को और मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र में पैठ बढ़ाने पर जोर
बैठक में शिक्षा और सामाजिक समूहों पर विशेष ध्यान दिया गया. शिक्षा समूह की चर्चा में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में मौजूदा परिदृश्य को बेहतर बनाने और इनमें अपनी पैठ बढ़ाने पर विचार-विमर्श हुआ. संघ और भाजपा मिलकर शिक्षण संस्थानों में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए संयुक्त रूप से काम करेंगे. इसका उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों के बीच विचारधारा का प्रसार और संगठनात्मक प्रभाव को बढ़ाना है.
सामाजिक समूह की बैठक में समाज के हर वर्ग तक पहुंचने और आपसी समन्वय को मजबूत करने पर बल दिया गया. हाल ही में बाराबंकी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) से जुड़े प्रकरण में संघ और भाजपा की सक्रिय भूमिका को देखते हुए भविष्य में ऐसी परिस्थितियों से बचने के लिए रणनीति बनाई गई.
सेवा पखवाड़े की तैयारियों पर गहन चर्चा
बैठक में 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन से शुरू होने वाले सेवा पखवाड़े पर भी विस्तृत चर्चा हुई. यह पखवाड़ा 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती तक चलेगा. इस दौरान सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से समाज के हर वर्ग तक पहुंचने और विचारधारा के विस्तार की योजना बनाई गई. नए लोगों को जोड़ने और सामाजिक प्रभाव बढ़ाने पर विशेष जोर रहेगा.
संघ का शताब्दी वर्ष और विस्तार की रणनीति
संघ अपने शताब्दी वर्ष के अवसर पर संगठन के विस्तार के लिए लगातार प्रयासरत है. जोधपुर में हाल ही में हुई राष्ट्रीय समन्वय बैठक के बाद अब क्षेत्रीय स्तर पर समन्वय बैठकों का आयोजन किया जा रहा है. पूर्वी क्षेत्र की यह बैठक उसी कड़ी का हिस्सा है. बैठक में क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख कृपा शंकर, क्षेत्र प्रचारक अनिल कुमार, प्रांत प्रचारक कौशल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता और क्षेत्रीय अध्यक्ष मौजूद रहे.
संघ, भाजपा और सरकार के बीच समन्वय को और प्रभावी बनाने के लिए उठाए गए ये कदम न केवल संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करेंगे, बल्कि सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्रों में भी विचारधारा के प्रसार को गति देंगे. सेवा पखवाड़े जैसे आयोजनों के जरिए समाज के हर वर्ग तक पहुंचने की यह पहल संघ और भाजपा की संयुक्त रणनीति का हिस्सा है.