‘लालची है मम्मा…’ राजा भैया-भानवी सिंह विवाद पर बेटे शिवराज ने तोड़ी चुप्पी, सोशल मीडिया पर मां के लिए कह दी बड़ी बात

कुंडा विधायक राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह के दस साल पुराने विवाद को लेकर पहली बार उनके बेटे शिवराज ने सोशल मीडिया पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. शिवराज ने अपनी मां पर संपत्ति के लालच में पिता को बदनाम करने का आरोप लगाया. कहा कि उनकी मां 50-100 करोड़ रुपये की मांग कर रही हैं. उन्हें अपनी मां के व्यवहार पर शर्मिंदगी है. उन्होंने अपनी मां को अदालत में मुकदमा लड़ने की सलाह दी.

राजा भैया-भानवी सिंह विवाद पर बोले शिवराज प्रताप सिंह

उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह का विवाद 10 सालों से चल रहा है. इनका मामला लोकल थाना पुलिस से लेकर कोर्ट कचहरी और अब मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंच चुका है. हालांकि इस विवाद को लेकर अब तक भानवी सिंह ही मीडिया में बोलती रही हैं. वहीं दूसरी तरफ राजा भैया या उनके परिवार के लोग हमेशा बोलने से परहेज करते रहे हैं. हालांकि अब इस विवाद में राजा भैया के बेटे शिवराज प्रताप सिंह भी कूद पड़े हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा है. इसमें उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस मुद्दे पर उन्हें दोबारा लिखने की जरूरत नहीं होगी.

शिवराज प्रताप सिंह ने लिखा है कि किसी को बदनाम करना या किसी क्षवि खराब करने के लिए फर्जी पोस्ट करना कोई बहादुरी का काम नहीं है. उन्होंने कहा कि अपने माता पिता के विवाद के मुद्दे पर वह पहली बार सोशल मीडिया में लिख रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि उन्हें दोबारा कुछ लिखने या कहने की जरूरत ना पड़े. उन्होंने लिखा है कि ‘मेरे माता-पिता (मम्मा और दाऊ) 10 वर्ष से अलग हैं. हम बच्चों की खातिर बड़े लोगों के कहने पर दाऊ ने मम्मा के साथ एक छत के नीचे रहना स्वीकार किया, लेकिन बिना बताए घर छोड़कर चली गई और दिल्ली में रहने लगीं.’

लालच में दाऊ को बदनाम कर रही मम्मा

शिवराज सिंह ने कहा कि उनके पिता ने हालात संभालने की खूब कोशिश की. यहां तक कि हम बच्चों और आजी-बाबा ने भी काफी प्रयास किया, लेकिन मम्मा नहीं मानी. ऐसे में हम बच्चों के बड़े होने पर दाऊ ने कोर्ट में तलाक की अर्जी डाली. तब संपत्ति व रुपयों की लालच में उनकी मम्मा ने दाऊ को सोशल मीडिया में बदनाम करना शुरू कर दिया. यहां तक कि कोर्ट में कभी 50 करोड़ तो कभी 100 करोड़ रुपयों की डिमांड करने लगी. इसके अलावा वह 25 लाख रुपये हर महीने अलग से मांगने लगीं. शिवराज ने कहा कि यही वजह है कि वह खुद अपनी मम्मा से बात नहीं करते. लेकिन ये ‘महिला कार्ड’ और ‘विक्टिम कार्ड’ के ज़रिए लोगों को भड़का रही हैं.

पिता ने दिया संस्कार

शिवराज सिंह के मुताबिक उन्हें पिता के दिए संस्कार पर गर्व है. उन्होंने अच्छी शिक्षा दिलाई, धर्म-संस्कार दिए, लेकिन मम्मा जब तक यहां रहीं, नौकरों से मारपीट ही करती रहीं. शिवराज सिंह ने अपनी मां को मुकदमे को मुकदमे की तरह लड़ने की सलाह दी है. कहा कि सही और गलत का फैसला अदालत में हो जाएगा. इस तरह से किसी को सोशल मीडिया पर बदनाम करना ठीक नहीं है. शिवराज ने अपने पिता राजा भैया की ओर से सफाई भी दी. कहा कि ‘दाऊ ने आज तक इस मुद्दे पर कुछ नहीं कहा और वह कहेंगे भी नहीं. इसलिए उन्हें इस मुद्दे पर लिखना पड़ा रहा है.’ कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि उनकी मम्मा स्वार्थ में बह गई हैं और उन्हें अपने ही बच्चों के भविष्य की चिंता नहीं है. उनका एजेंडा कुछ और है, समय आने पर दुनिया को पता चला जाएगा.

संपत्ति को लेकर कही ये बात

शिवराज प्रताप सिंह ने अपनी संपत्तियों का भी जिक्र इस पोस्ट में किया है. कहा कि उनकी मां के पास दाऊ से ज्यादा अचल संपत्ति हैं. वह चाहें तो बड़े अमन चैन के साथ जीवन जी सकती हैं. उन्हें कहीं ठोकर खाने की जरूरत नहीं है. वह कोर्ट में भी महंगे से महंगा वकील खड़ा कर सकती हैं. वह बीते कई वर्षों से जो इनकम टैक्स भरती आ रही है, वह दाऊ के इनकम टैक्स से काफी ज्यादा है. बावजूद इसके, वह दाऊ और उनके परिवार के पीछे हाथ धोकर पड़ी हैं. इसी के साथ शिवराज ने फिर अपनी मां को सलाह दी है कि वह अपनी ऊर्जा इधर-उधर बर्बाद करने के बजाय अदालत में मुकदमा लड़ने में लगाएं.

शिवराज सिंह और बृजराज सिंह

छोटे बेटे बृजराज भी बने पिता की ढाल

राजा भैया-भानवी सिंह विवाद में अब तक राजा भैया की ओर से एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह “गोपाल जी” मोर्चा सम्हालते रहे हैं, लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है कि पहली बार भानवी सिंह को उन्हीं की भाषा में जवाब पहले बड़े बेटे शिवराज प्रताप सिंह ने दिया. वहीं बाद में छोटे बेटे बृजराज प्रताप सिंह भी उसी तेवर के साथ कूद पड़े. भानवी सिंह की ओर से पीएमओ में शिकायत और सोशल मीडिया में पोस्ट के बाद उनके दोनों बेटों ने अपने पिता का बाखूबी बचाव किया है. बृजराज सिंह ने भी सोशल मीडिया के जरिए अपनी मां से पूछा है कि क्या घर में न्यूक्लियर रिएक्टर लगा है? उन्होंने लिखा है कि अब तक वह इसलिए चुप रहे कि मां हैं, इनके खिलाफ क्या कहें, लेकिन अब पानी सिर के ऊपर जा चुका है.

आपदा में अवसर तलाश रहीं मां

बृजराज ने लिखा है कि इस समय आजी को हार्ट अटैक आया है, वह अस्पताल में हैं और तीन दिनों में दो सर्जरी हो चुकी है. पूरा परिवार दुखी है. इस मौके पर उनकी मां परिवार की इज्जत को सड़क पर उछालने में लगी हैं. कहा कि दाऊ आजी की हालत की वजह से परेशान हैं, ऐसे में उन्हें और दुखी करने की कोशिश कर रहीं मां को उन्होंने जवाब देने का फैसला किया है. कहा कि मां सोशल मीडिया पर तमाशा कर रही हैं. शायद हम दोनों भाई उनके अगले टारगेट होंगे. उन्होंने एमएलसी अक्षय प्रताप सिंह के लिए कहा कि वह उनके पिता की लड़ाई लड़ रहे हैं. इसलिए उन्हें भी विलेन बनाने की कोशिश हो रही है.