पत्नी CP नोएडा, बहनोई DGP; कैसा रहता है ED छोड़कर MLA बने राजेश्वर सिंह के घर का माहौल
पूर्व आईपीएस अधिकारी और वर्तमान विधायक राजेश्वर सिंह ने अपने परिवार, प्रेशर और पॉवर को लेकर खुलकर बात की है. एक निजी चैनल के पॉडकास्ट में उन्होंने कहा कि प्रेशर तो रूटीन चीज है, लेकिन वह कभी भी अपनी प्रोफेशनल लाइफ को पर्सनल लाइफ में मिक्स नहीं करते. इसकी वजह से उनके घर में हमेशा शानदार माहौल रहता है.

पूर्व आईपीएस और लखनऊ में सरोजनी नगर विधानसभा सीट से विधायक राजेश्वर सिंह किसी परिचय के मोहताज नहीं है. राजेश्वर सिंह का परिवार यूपी के उन चंद परिवारों में से एक है, जिसमें शिक्षा को पहली प्राथमिकता मिलती रही है. खुद राजेश्वर सिंह ने 2007 बैच के आईपीएस हैं और करीब 25 साल तक उन्होंने भारतीय पुलिस सेवा की नौकरी की. इस दौरान वह लंबे समय तक यूपी में रहे और फिर बाद में प्रतिनियुक्ति पर ईडी में चले गए. फिर ईडी की नौकरी छोड़ कर बीजेपी के बैनर तले राजनीति में उतरे हैं.
उनके पिता रण बहादुर सिंह भी आईपीएस रहे और लखनऊ में डीआईजी के पद से रिटायर हुए थे. जबकि उनकी मां ने 1963 में एमए तक की पढ़ाई की थी. 11 मार्च 1973 को लखनऊ में पैदा हुए राजेश्वर सिंह की पत्नी लक्ष्मी सिंह इस समय नोएडा में पुलिस कमिश्नर हैं. जबकि बहनोई राजीव कष्णा उत्तर प्रदेश के डीजीपी हैं. चूंकि उनका पूरा परिवार ब्यूरोक्रेसी में उच्च पदों पर है, ऐसे में उनके पास शिफारिसों का आना लाजमी है. हालांकि राजेश्वर सिंह साफ कहते हैं कि इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. एक निजी चैनल के पॉडकास्ट में राजेश्वर सिंह ने परिवार, पॉवर और प्रेशर पर खुलकर बातचीत की.
उच्च पदों पर रहे भाई और बहन बहनोई
कहा कि प्रेशर तो रूटीन चीज है. जहां तक पॉवर की बात है तो यदि आपका नेचर अच्छा हो तो पॉवर हमेशा रहेगी. ‘ये पोस्ट और कुर्सी तो आती जाती रहती है, लेकिन समय हमेशा अपनी गति से चलता है.’ बता दें कि राजेश्वरसिंह के बड़े भाई रामेश्वर सिंह प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर रहे हैं और अभी CAT (सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल) के सदस्य हैं. इसी प्रकार उनकी एक बहन इनकम टैक्स विभाग में प्रिंसिपल कमिश्नर हैं.राजेश्वरसिंह की दूसरी बहन आभा सिंह इंडियन पोस्ट सर्विसेज में डायरेक्टर रहीं हैं और अब बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालत करती हैं. इसी प्रकार उनके दूसरे बहनोई पूर्व आईपीएस हैं और CBI की नौकरी छोड़ने के बाद से वह भी बॉम्बे हाईकोर्ट में वकालत करते हैं.
अपनी मां को देते हैं पूरा श्रेय
उनका भांजा भी वकील है और भांजी हाल ही में आईपीएस चुनी गई है. इस समय वह पांडिचेरी में तैनात है. राजेश्वर सिंह कहते हैं कि उनके परिवार में शुरू से ही पढ़ाई का माहौल रहे हैं और सभी लोग पढ़े-लिखे हैं. यही वजह है कि सभी सिविल सर्विसेज की परीक्षाओं में उतरकर उच्च पदों तक पहुंच सके हैं. हालांकि इसका श्रेय वह अपनी मां को देते हैं. कहते हैं कि उनकी मां 1963 की पोस्ट ग्रेजुएट हैं और उन्होंने घर में हमेशा पढ़ाई का माहौल बनाकर रखा.
घर के बाहर रखते हैं प्रोफेशनल चीजें
राजेश्वर सिंह के मुताबिक उनके परिवार में सभी लोगों की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ बिलकुल अलग होती है. वह खुद अपनी पत्नी के काम में हस्तक्षेप नहीं करते. उन्हें तो यह भी पता नहीं कि उनकी पत्नी के अंडर में कौन-कौन अफसर हैं. इसी प्रकार उनकी पत्नी को भी पता नहीं होता था कि वह कौन सी जांच कर रहे हैं. दरअसल, आफिस से घर लौटने के बाद कोई भी सरकारी काम की बात नहीं करता. इसी तरह की प्रतिक्रिया उन्होंने डीजीपी राजीव कृष्ण को लेकर भी की. उन्होंने कहा कि लक्ष्मी सिंह मेहनती हैं और बेहतरीन अफसर हैं. उनके बहनोई राजीव कृष्ण का काम भी शानदार है.