अपने मुल्क से मोहब्बत करो, इस्लाम का भी यही संदेश; संभल MP जियाउर रहमान बर्क ने क्यों की ये अपील?
संभल सांसद जियाउर रहमान बर्क ने मुस्लिमों से मुल्क से मोहब्बत करने की अपील की है. कहा कि यही इस्लाम का संदेश है. उन्होंने कहा कि पैगंबर मोहम्मद के प्रति आस्था दर्शाना अपराध नहीं, इसी के साथ उन्होंने 'आई लव मोहम्मद' अभियान को सही बताया. बर्क ने बुलडोजर कार्रवाई को लेकर सरकार पर तंज कसा. कहा कि सजा देने का काम अदालत का है. इस मौके पर उन्होंने मुस्लिमों को याद दिलाया कि हमारे पुरखों ने देश के लिए बलिदान दिया है.
सपा नेता और संभल से सांसद जियाउर रहमान बर्क ने मुसलमानों को मुहब्बत का पाठ पढ़ाया है. उन्होंने कहा कि जिस मुल्क में रहो, उससे मुहबबत करो. यही इस्लाम का भी संदेश है. उन्होंने कहा कि हमारा मजहब मुल्क से वफादारी की सीख देता है. इसी क्रम में उन्होंने आई लव मोहम्मद कैंपेन को लेकर भी बयान दिया. कहा कि आई लव मोहम्मद लिखना या पोस्टर लगाना न तो कोई अपराध है और ना ही इससे किसी की आस्था को ठेस पहुंचता है. इससे समाज में कोई गलत संदेश भी नहीं जाता. बल्कि यह पैगंबर के प्रति लोगों की आस्था को दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि पैगंबर के नाम गलत प्रचार नहीं करना चाहिए. लेकिन अच्छे काम में इस नाम का उल्लेख किया जा सकता है. इस दौरान सांसद जियाउर रहमान ने उत्तर प्रदेश में खासतौर पर संभल और बरेली में हो रही बुलडोजर कार्रवाई पर भी प्रतिक्रिया दी. कहा कि किसी को सजा देना अदालत का काम है. अदालत जुर्म के आधार पर सजा तय करती है. यह काम प्रशासन का नहीं है. सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क ने यह बयान शनिवार को संभल के हयात नगर में आयोजित एक जश्न-ए-ग़ौसुल-वरा में दिया.
देश के लिए कुर्रानियों भरी हैं तारीखें
सांसद जियाउर रहमान बर्क ने मंच कहा कि हमारे बुजुर्गों ने इस देश के लिए, इस मिट्टी के लिए जान दी है. तमाम तारीखें हमारे पुरखों की कुर्बानियों की गवाह रही हैं. उन्होंने कहा कि हम इस्लाम के मानने वाले हैं और हमारा इस्लाम सिखाता है कि जिस मुल्क में रहो, उससे मोहब्बत करो और वफ़ा निभाओ. उन्होंने जहां के मुसलमानों से अपील की कि वह मुल्क के प्रति वफादार रहें. उन्होंने कहा कि हमें खुद मुल्क के प्रति वफादार रहना है, लेकिन ये चीज हमें साबित करने की जरूरत नहीं है.
देश और धर्म दोनों का हो सम्मान
सांसद बर्क ने कहा कि मुसलमानों को अपनी तारीख पर शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा कि आज की नस्लें अपनी तारीख को भूल रही है. हमें अपनी तारीखों पर फर्ख करने की जरूरत है. एक सच्चा मुसलमान देश और धर्म दोनों का सम्मान करता है. हम अपने मजहब, अपने इस्लाम, अपने अक़ीदे पर मजबूती से कायम हैं. इसके साथ ही हम अपने मुल्क के लिए भी वफादार हैं.इसी क्रम में मस्जिद गिराने के विवाद पर सांसद ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद का पैग़ाम हमेशा शांति और भाईचारे का रहा है.