बिरयानी की दुकान पर वेटर था जीजा, अचानक कैसे बना करोड़पति? थाने में साले ने खोली पोल पट्टी

आगरा पुलिस ने साइबर ठगी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को अरेस्ट किया है. इसमें एक बिरयानी की दुकान पर नौकरी करने वाला वेटर शामिल है. जालसाजों ने इस वेटर के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल ठगी की रकम मंगाने के लिए किया था. उसके साले की शिकायत के बाद पुलिस ने वेटर हैदर और एक अन्य को अरेस्ट किया है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश में आगरा पुलिस ने साइबर ठगों के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. इस गैंग के जालसाज लंबे समय से साइबर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे. पुलिस ने इस गैंग के दो सदस्यों को अरेस्ट कर लिया है, जबकि तीन अन्य फरार हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पुलिस जालसाजों में हुए आपसी विवाद का फायदा उठाते हुए इस नेटवर्क तक पहुंची है. दरअसल, एक जालसाज ठगी की रकम लेकर फरार हो गया तो दूसरे जालसाज उसके साले को धमकाने लगे.

डर के मारे जालसाज का साला पुलिस के पास पहुंच गया और पूरे मामले की पोल खुल गई. आगरा पुलिस के मुताबिक अर्जुन नगर में एक बिरयानी की दुकान पर दो युवक वेटर की नौकरी करते थे. यह दोनों आपस में जीजा-साले हैं. आरोपी के साले ने पुलिस को बताया कि कुछ समय पहले दुकान पर तीन लोग बिरयानी खाने आए थे. उन लोगों ने महंगे मोबाइल फोन, ब्रांडेड कपड़े पहन रखे थे. इन तीनों ने उसके जीजा को ऑफर दिया कि उन्हें किसी से पैसे मंगाने हैं, इसके लिए यदि वह अपना बैंक खाता किराए पर देता है तो उसे अच्छी खासी रकम कमीशन के तौर पर देंगे.

जालसाजों के गैंग में शामिल था जीजा

यह सुनकर उसका जीजा हैदर ना केवल लालच में आकर अपनी एकाउंट डिटेल दे दी, बल्कि खुद भी उनके गैंग में शामिल हो गया. साले ने बताया कि दस-दस रुपये के लिए मोहताज रहने वाला उसका जीजा हैदर जालसाजों के मिलने के बाद लाखों करोड़ों की बात करने लगा और नौकरी छोड़ दी. इसी बीच उसके तीनों साथी एक दिन फिर दुकान पर आ धमके और उससे हैदर के बारे में पूछने लगे. कहा कि उनकी रकम लेकर वह भाग गया और वह उन दोनों को गोली मार देंगे.

धमकी से डरकर थाने पहुंचा साला

इस धमकी से डरकर उसने पुलिस में शिकायत दे दी. इस शिकायत पर हरकत में आई पुलिस ने हैदर और उसके साथ कादिर को अरेस्ट कर लिया. पुलिस ने हैदर के बैंक एकाउंट की जांच की तो पता चला कि हाल फिलहाल में उसके खाते से ढाई करोड़ रुपये से भी अधिक का ट्रांजेक्शन हुआ है. यह रूपए केरल, दिल्ली, गुरुग्राम, बंगलुरू, नार्थ मुंबई और हैदराबाद में ठगी कर मंगाए गए थे और बाद में इन रुपयों को अन्य खातों में ट्रांसफर कर दिया गया था. वहीं पुलिस को हैदर के बैंक खाते में 40 हजार रुपये शेष भी पाए गए.

एक साल में 800 से अधिक लोगों से ठगी

ऐसे में पुलिस ने खाता सीज करते हुए उसके बाकी साथियों की तलाश शुरू कर दी है. पुलिस की पूछताछ में हैदर ने बताया कि उसके गैंग के साथी टेलीग्राम ग्रुप पर लोगों को जोड़कर ऑनलाइन ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देते थे और फिर अपने शिकार से रुपये मंगाकर उनके नंबर को ब्लॉक कर देते थे. इस तरह से उसकी गैंग ने बीते एक साल में ही 800 से अधिक लोगों के साथ ठगी की है. पुलिस की जांच में यह भी पता चला है कि शिकार से पैसे मंगाने के लिए इस गैंग के लोग कई अन्य बैंक खातों का भी इस्तेमाल करते थे.