पिता की मौत से ऐसा लगा सदमा, बेटे को आया ब्रेन स्ट्रोक; और फिर… हैरान कर देगी कहानी
अलीगढ़ के नई बस्ती में एक दिल दहला देने वाली घटना हुई है. यहां 68 वर्षीय जुम्मन खां की बीमारी से मृत्यु हो गई. इससे उनके बेटे आसिफ को इतना गहरा सदमा लगा कि पिता के शव को देखते ही उनकी भी मौत हो गई. डॉक्टरों ने आसिफ की मौत की वजह हाइपरटेंशन और ब्रेन स्ट्रोक बताया है. स्थानीय संगठनों ने दुख की इस घड़ी में परिवार की मदद की है.
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां एक पिता की मौत की खबर सुनकर बेटा घर लौटा और लाश पकड़कर रोते-रोते दम तोड़ दिया. इस पिता पुत्र के बीच प्रेम की कहानी की चर्चा गांव में अक्सर होती थी, लेकिन किसी को आभास नहीं था कि एक जवान बेटा अपने पिता की लाश देखकर इस कदर टूट जाएगा. मामला अलीगढ़ के नई बस्ती क्षेत्र का है. इस घटना ने पूरे इलाके को झकझोर दिया है. इसकी चर्चा सोशल मीडिया में भी खूब हो रही है.
जानकारी के मुताबिक यहां रहने वाले जुम्मन खां (68 वर्ष) और उनके बेटे आसिफ (30 वर्ष) की मृत्यु एक ही दिन हुई है. जुम्मन खां यहां अपनी पत्नी सुमेरा के साथ रहते थे. उनका बेटा आसिफ रोजी रोटी के लिए अपनी पत्नी और तीन बेटियों के साथ अमरोहा में रहता था. बताया जा रहा है कि इतना दूर रहने के बाद भी दोनों बाप-बेटे रोज टेलीफोन पर घंटों-घंटों बात करते थे. आसिफ कभी अकेले तो कभी परिवार के साथ पिता के पास आता और दो चार दिन रहकर लौट जाता था.
अक्सर कहते थे “साथ जिएंगे-साथ मरेंगे”
गांव वाले उन्हें टोकते तो दोनों अक्सर कहते भी थे कि “साथ जिएंगे-साथ मरेंगे”. हालांकि लोग इनकी बात को मजाक में टाल देते थे. संयोग से जुम्मन खां पिछले हफ्ते बीमार पड़ गए और रविवार को इसी बीमारी की वजह से उनकी मौत हो गई. यह खबर सुनकर सोमवार को बेटा आसिफ अमरोहा से घर पहुंचा और पिता का शव देखते ही उसने भी दम तोड़ दिया. आनन फानन में उसे मेडिकल कॉलेज ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
हाइपरटेंशन और ब्रन स्ट्रोक से हुई मौत
डॉक्टरों के मुताबिक आसिफ की मौत हाइपरटेंशन और ब्रन स्ट्रोक की वजह से हुई है. इस घटना के बाद नई बस्ती के निवासियों और स्थानीय समाजसेवी संगठन सलमानी एकता मंच ने पीड़ित परिवार की मदद की और दोनों शवों का एक साथ कफन दफन की व्यवस्था कराई. मंच के वसीम अहमद ने बताया कि जुम्मन और आसिफ के कुछ रिश्तेदारों को बुलाया गया है. उनके आने पर कफन दफन कराया जाएगा.