यमुना पार बने कॉरिडोर… सरकार की योजना पर विफरे गोस्वामी, मंत्री बोले- जलभराव पर हुई चर्चा; क्या है बैठक का सच?
वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर निर्माण को लेकर गोस्वामी समाज का विरोध जारी है. रविवार को हुई सरकार के साथ गोस्वामी समाज की बैठक में भी कोई समाधान नहीं निकला. इस बैठक में गोस्वामियों ने यमुना पार में कॉरिडोर बनाने का सुझाव दिया. यह मामला फिलहाल सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. इस बीच बैठक में दोनों पक्षों के बयानों में विरोधाभास की वजह से जनता में भ्रम पैदा हो गया है.

वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर को लेकर मंदिर के गोस्वामियों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा. इस विवाद के निपटारे के लिए रविवार को गोस्वामी समाज के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों ने बैठक भी की, लेकिन कोई निर्णायक फैसला नहीं हो सका. बैठक में गोस्वामियों ने कॉरिडोर का पुरजोर विरोध किया. कहा कि यदि कॉरिडोर बनाना ही है तो यमुना पार में बनाएं. वहीं मंत्रियों ने कहा कि कारिडोर की तो बात ही नहीं हुई. यह बैठक आगामी त्यौहार को लेकर बुलाई गई थी.
चूंकि दोनों पक्षों के बयानों में बड़ा विरोधाभाष है और मामला बांके बिहारी मंदिर से जुड़ा है. ऐसे में लोगों की उत्सुकता भी बढ़ गई है. सवाल उठ रहे हैं कि सरकार ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी से ठीक पहले ये बैठक क्यों की और इसमें किन बिंदुओं पर बातचीत हुई? इसी के साथ सवाल यह भी है कि बैठक में फैसला क्या हुआ? चूंकि इस बैठक से मीडिया को दूर रखा गया था. इसलिए बैठक के बाद TV9 भारतवर्ष ने दोनों पक्षों से अलग-अलग बातचीत की और जानने का प्रयास किया कि बैठका का सच क्या है.
सुप्रीम कोर्ट में लंबित है कॉरिडोर का मामला
बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने ठाकुर बांके बिहारी कॉरिडोर बनाने का फैसला किया था. इस फैसले के बाद गोस्वामी समाज और मंदिर के सेवायत सुप्रीम कोर्ट चले गए थे. फिलहाल यह मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है. इस बीच विवाद के निस्तारण के लिए सरकार और गोस्वामी समाज के लोगों की बैठकों का दौर लगातार जारी है. इसी क्रम में रविवार की शाम को वृंदावन के रुक्मणि विहार स्थित एक धर्मशाला में पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह और डेयरी विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण के साथ गोस्वामी समाज की बैठक हुई.
दोनों पक्ष ने दिया विरोधाभाषी बयान
बैठक करीब 1 घंटे चली. इसके बाद बाहर निकले गोस्वामी समाज से पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उनका रूख नहीं बदला है. बैठक में कॉरिडोर और न्यास को लेकर चर्चा हुई है. इसमें गोस्वामी समाज ने अपनी नाराजगी जताते हुए पुरजोर विरोध किया है. सरकार को सलाह दी गई है कि यदि कॉरिडोर और न्यास बनाना ही है तो यमुना पार में बनाएं. वहीं बैठक के बाद जब डेयरी विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण से पूछा गया तो उन्होंने इस तरह की चर्चा से ही इनकार कर दिया. कहा कि यह बैठक जलभराव और आगामी त्योहार को लेकर बुलाई गई थी.



