‘जो काल का ध्यान नहीं रखता, महाकाल का शिकार बनता है’, पुलिस कॉन्फ्रेंस में बोले CM योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 'पुलिस मंथन' सम्मेलन को संबोधित किया. उन्होंने कानून व्यवस्था सुदृढ़ करने, संवेदनशीलता, संवाद और समय प्रबंधन पर जोर दिया. सीएम ने कहा कि सुरक्षा के कारण ही प्रदेश निवेश का पसंदीदा स्थान बना है. साथ ही पुलिसकर्मियों को जनता का विश्वास जीतने को कहा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ में ‘पुलिस मंथन’ सीनियर पुलिस ऑफिसर्स कॉन्फ्रेंस के समापन अवसर पर रविवार को संबोधित किया. उन्होंने दो दिन तक चले इस कॉन्फ्रेंस के सफल आयोजन पर बधाई दी. साथ ही पुलिस अधिकारियों से समय के बेहतर प्रबंधन पर काम करने की अपील की. और प्रदेश में कानून व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर जोर दिया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समापन सत्र की अध्यक्षता की और पुलिस बल की पीठ थपथपाते हुए कहा कि यूपी मॉडल आज देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है. उन्होंने पुलिसकर्मियों को संवेदनशीलता, संवाद और समय प्रबंधन का मंत्र दिया, साथ ही सख्त संदेश भी दिया कि “काल का ध्यान रखा तो महाकाल भी सहयोग करेगा”.
16 पुलिसकर्मियों को CM उत्कृष्ट सेवा पदक
सीएम योगी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले 16 पुलिसकर्मियों को ‘मुख्यमंत्री उत्कृष्ट सेवा पुलिस पदक’ से सम्मानित किया. उन्होंने पुलिस मंथन को अभिनव प्रयास बताते हुए डीजीपी राजीव कृष्ण और उनकी टीम की सराहना की. सम्मेलन के 11 सत्रों में 55 वक्ताओं ने बीट पुलिसिंग, साइबर अपराध, महिला सुरक्षा, थाना प्रबंधन और फॉरेंसिक जैसे विषयों पर गहन चर्चा की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून का राज ही वह आधार है जिसने यूपी में असुरक्षा की भावना को दूर कर विश्वास का वातावरण बनाया. सुरक्षा और कानून व्यवस्था के कारण ही यूपी निवेश का ड्रीम डेस्टिनेशन बना है. देश का 55 प्रतिशत एक्सप्रेसवे यूपी में है, सबसे बड़ा एयरपोर्ट जल्द शुरू होगा और एयर कनेक्टिविटी का सबसे बड़ा नेटवर्क यहां है.
कानून का राज ही यूपी की सबसे बड़ी ताकत
मुख्यमंत्री ने पिछले साढ़े आठ वर्षों में बदली धारणा का जिक्र करते हुए कहा कि दंगे, गुंडागर्दी और कर्फ्यू की पुरानी छवि अब इतिहास है. सीएम योगी ने पुलिस अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों, धर्माचार्यों, उद्यमियों और समाज के विभिन्न वर्गों से नियमित संवाद करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में जनप्रतिनिधि महत्वपूर्ण कड़ी हैं.
उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि महीने में कम से कम एक बार उनके साथ बैठें, उनका फोन रिसीव करें और वास्तविक स्थिति से अवगत कराएं. थाना, सर्किल और पुलिस लाइन के बीच बेहतर समन्वय पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि दोस्ताना व्यवहार और संवेदना ही जनता में पुलिस की बेहतर छवि बनाती है.
‘काल का ध्यान रखा तो महाकाल भी सहयोग करेगा’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को सख्त संदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि हमेशा होता है कि कोई व्यक्ति काल का शिकार बन जाता है. क्योंकि वह काल का ध्यान नहीं देता है. लेकिन यहां पर मुझे लगता है कि कोई व्यक्ति जब काल का ध्यान नहीं रखता वह महाकाल का शिकार होता है.
पुलिस को राजनीतिक हस्तक्षेप से मुक्त रखने का श्रेय लेते हुए सीएम ने कहा, ‘हमने न्यूनतम हस्तक्षेप सुनिश्चित किया ताकि आप स्वतंत्रता से काम कर सकें. अब औसतन दो वर्ष तक स्थिर पोस्टिंग होती है, पहले एक-दो महीने में ट्रांसफर हो जाता था.’ उन्होंने पुलिसकर्मियों को अपने अच्छे आचरण से जनता का विश्वास जीतने की भी सलाह दी.
पीएम मोदी के ‘स्मार्ट पुलिस’ विजन का जिक्र
प्रधानमंत्री के ‘स्मार्ट पुलिस’ विजन का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि यह मंत्र- स्ट्रिक्ट एंड सेंसिटिव, मॉडर्न एंड मोबाइल, अलर्ट एंड अकाउंटेबल, रिलायबल एंड रिस्पॉन्सिव, टेक्नो-सेवी एंड ट्रेंड- हर पुलिसकर्मी के जीवन का हिस्सा बने. सम्मेलन में ‘यक्ष’ ऐप का लोकार्पण भी हुआ, जो AI आधारित अपराधियों का डेटाबेस और बीट सत्यापन में मदद करेगा.
महिला पुलिसकर्मियों की संख्या 13% से बढ़कर 36% होने, मिशन शक्ति की सफलता, हाईराइज पुलिस भवनों और आधुनिक संसाधनों का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि जर्जर बैरकों का दौर अब खत्म हो चुका है. समापन में सीएम योगी ने पुलिस मंथन को हर वर्ष आयोजित करने की घोषणा की और कहा कि इसे भविष्य की चुनौतियों से निपटने का आधार बताया.