कानपुर: हैलट अस्पताल मामले में एक्शन, जूनियर डॉक्टर समेत तीन सस्पेंड; जिंदा मरीज को बताया था मृत
कानपुर के हैलट अस्पताल में जिंदा मरीज को मृत घोषित कर दिया गया. इस गंभीर लापरवाही पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने संज्ञान लिया है. उन्होंने मामले में जूनियर डॉक्टर, नर्स और वार्ड आया समेत तीन स्वास्थ्यकर्मियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही 3 दिन में जांच कमेटी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है.
कानपुर में लाला लाजपत राय (हैलट) अस्पताल में इंसानियत और मेडिकल सिस्टम को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया. यहां एक जिंदा मरीज को मृत घोषित कर दिया गया. इतना ही नहीं पोस्टमार्टम कराने के लिए भेज दी गई. हद तो तब हो गई, जब पुलिस मरीज के ‘शव’ को हैलट की मॉर्चुरी में जमा कराने पहुंची और मरीज की सांसें चलती हुई पाई गईं.
जिंदा मरीज को मृत समझने की इस घोर लापरवाही से पूरे अस्पताल में हड़कंप मच गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच कमेटी गठित कर दी गई. वहीं, डिप्टी सीएम और स्वास्थ मंत्री ब्रजेश पाठक ने मामले में संज्ञान लेते हुए जूनियर डॉक्टर, नर्स और वार्ड आया समेत तीन स्वास्थ्यकर्मियों को निलंबित कर दिया है. साथ ही तीन दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है.
सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी- ब्रजेश पाठक
ब्रजेश पाठक ने निर्देश पर 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है. उन्होंने संबंधित अधिकारियों से 3 दिन में मामले की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. साथ ही कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. सभी दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी. प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक ने साफ शब्दों में माना निश्चित रूप से लापरवाही सामने आई है.
प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक (CMS) डॉ. आरके सिंह ने कहा कि जूनियर डॉक्टर से जवाब-तलब किया गया है. जूनियर डॉक्टर ने अपनी गलती स्वीकार की है कि धोखे में गलत फाइल भर दी गई थी. बाद में फाइल दुरुस्त कराकर फिर पुलिस को भेजी गई. यानी पहले जिंदा मरीज को मृत दिखाया गया, फिर गलती सुधारी गई, लेकिन तब तक मामला सार्वजनिक हो चुका था.
कैसे हुई लापरवाही, जूनियर डॉक्टर की गलती!
दरअसल, अस्पतास के वार्ड में बेड नंबर 42 और 43 पर भर्ती दो मरीज भर्ती थे. 42 पर विनोद नामक का व्यक्ति जबकि 43 नंबर पर एक बुजुर्ग थे. घटना तब हुई जब बुजुर्ग मरीज की मृत्यु हो गई, लेकिन वार्ड में मौजूद जूनियर डॉक्टर ने गलती से मृतक की फाइल विनोद के नाम पर तैयार कर दी. फिलहाल, मरीज विनोद स्वस्थ है उसकी इलाज चल रहा है.