मुंबई से 12 साल बाद आया था ससुराल, टंकी में कैसे पहुंचा कारोबारी का शव? हत्या-आत्महत्या में उलझी पुलिस
मुंबई के एक कारोबारी का शव देवरिया के मेडिकल कॉलेज की पानी की टंकी में मिला, जिसने पुलिस को उलझा दिया है. कारोबारी अशोक गावड़े, जो 12 साल बाद अपने ससुराल आए थे, डिप्रेशन से जूझ रहे थे. पुलिस फिलहाल इस मामले में हत्या और आत्महत्या दोनों पहलुओं की जांच कर रही है. पुलिस उनकी पत्नी से पूछताछ कर रही है.
उत्तर प्रदेश के देवरिया स्थित महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में ओपीडी बिल्डिंग के 5वें फ्लोर पर बने पानी की टंकी में मुंबई के कारोबारी के शव का मामला सुलझने का नाम नहीं ले रहा. कारोबारी अशोक गावड़े कुछ दिन पहले ही गोरखपुर स्थित अपने ससुराल आए थे. यहां कुछ दिन रहने के बाद मुंबई वापस जाने के लिए निकले, लेकिन पता नहीं कैसे देवरिया पहुंचे और आखिर में 6 अक्टूबर को उनका शव मेडिकल कॉलेज में पानी की टंकी के अंदर मिला.
महाराष्ट्र के ठाणे जिले का रहने वाले अशोक गावड़े कुछ समय तक भिवाड़ी में केमिकल उद्योग संचालित करते थे. यह केमिकल फैक्ट्री बंद होने के बाद वह मुंबई वापस लौट गए थे. उनकी शादी यहां गोरखपुर में हुई थी. परिजनों के मुताबिक करीब 12 साल पहले उनकी दिमागी स्थिति खराब हो गई थी और वह गहरे डिप्रेशन में चले गए थे. उसके बाद से वह अपनी ससुराल नहीं आए थे. पेशे से इंजीनियर अशोक गावड़े ने एमएससी केमिस्ट्री की पढ़ाई कर चुके थे. इसके बाद वह महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में नौकरी करने के बाद अपनी कंपनी भी संचालित कर चुके थे.
डिप्रेशन में थे कारोबारी
पुलिस के मुताबिक परिजनों से पूछताछ में पता चला है कि अशोक गावड़े पहले से डिप्रेशन में थे और इसी डिप्रेशन की वजह से उनकी पत्नी अनीता गावड़े के साथ भी रिश्ते खराब हो गए थे. ऐसे हालात में दोनों करीब चार साल से अलग अलग रह रहे थे. पुलिस के मुताबिक मामले की जांच के लिए पुलिस ने दो टीमों का गठन किया है. एक टीम महाराष्ट्र के पनवेल में रह रही अनीता गावड़े से पूछताछ कर रही है, तो दूसरी टीम को अशोक गावड़े के गोरखपुर स्थित ससुराल भेजा गया है.
साले के इनपुट पर जांच
पुलिस के मुताबिक आशोक गावड़े के साले प्रफुल्ल ने बताया है कि 22 सितंबर को अशोक गोरखपुर आए और यहां से वापस भी लौट गए थे. जाते जाते अशोक ने उनसे 1200 रुपये भी लिए थे. लेकिन यहां से जाने के बाद उनकी कोई खबर नहीं है. पुलिस की जांच में पता चला है कि 25 सितंबर को अशोक गावड़े देवरिया के पूर्वांचल चौराहे के पास घायलावस्था में मिले थे. उन्हें एंबुलेंस से अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका शव पानी की टंकी में मिला है.