गाजियाबाद में ‘मौत’ का छज्जा, पहले गिरा तो दो हुए थे घायल, अब मरम्मत के दौरान मजदूर मरा

गाजियाबाद के शालीमार गार्डन में एक अपार्टमेंट के जर्जर छज्जे के गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई. पुरानी बिल्डिंग और बारिश की वजह से कमजोर हुए छज्जे की मरम्मत करने के लिए मजदूर गया हुआ था. उसी समय कमजोर छज्जा उसके ऊपर जा गिरा और उसकी मौत हो गई.

गाजियाबाद अपार्टमेंट कॉलोनी

गाजियाबाद कमिश्नरी के शालीमार गार्डन इलाके में एक अपार्टमेंट की छत का छज्जा गिर गया. ये एक्सटेंशन 2 में बना बी 153 अपार्टमेंट था. बारिश में छत का छज्जा कमजोर हो गया था और वो नीचे गिर गया. छज्जे के गिरने से एक मजदूर की जान चली गई. वहां खड़ी गाड़ी और मौके पर मौजूद दो लोगों को हल्की चोट लग गई. जिस मजदूर की जान चली गई, वो वहां पर जर्जर छज्जे की मरम्मत करने के लिए आया था.

कानपुर के रहने वाले मजदूर सुमित ने सुबह शालीमार गार्डन के एक्सटेंशन 2 की बी 153 अपार्टमेंट के जर्जर छज्जे की मरम्मत करने के लिए बुलवाया गया था. अपार्टमेंट के लोगों से मजदूरी तय होने के बाद मजदूर सुमित अपने औजार लेकर जब छज्जे की मरम्मत करने के लिए ऊपर छत पर पहुंचा तो उसने पाया वहां पर छज्जा काफी कमजोर हो चुका था. ऐसे में उसे गिराया जाना जरूरी थी. पुराने छज्जे को गिराए जाने के बाद ही नए सिरे से छज्जे की मरम्मत की जा सकती थी.

छज्जे की मरम्मत करने गए मजदूर की मौत

जैसे ही सुमित ने जर्जर छज्जे में पहले हथौड़ी मारी हथौड़ी के साथ ही पूरा का पूरा छज्जा सुमित सहित नीचे आ गिरा. इस हादसे में नीचे गिरे मजदूर सुमित की मौके पर ही मौत हो गई. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और जमीन पर पड़े लहूलुहान मजदूर सुमित को एंबुलेंस से अस्पताल लेकर गई. अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने पंचनामा भर के उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

शालीमार गार्डन एक्सटेंशन में बने अपार्टमेंट काफी पुराने हो गए हैं, जिसकी वजह से उनके छज्जे काफी जर्जर हो गए हैं. कुछ दिन पहले ही बारिश के दौरान इसी अपार्टमेंट के पास वाली दूसरी अपार्टमेंट का छज्जा भरभरा कर गिर गया था. इसमें नीचे खड़ी गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं और आसपास खड़े लोग मामूली रूप से चोटिल हो गए थे. हादसे के बाद आसपास बनी अपार्टमेंट के निवासियों ने अपने-अपने अपार्टमेंट के छज्जों की मरम्मत करवाना आज से शुरू किया था. मगर इससे पहले की छज्जों की मरम्मत करने वाला मजदूर छज्जों के मरम्मत कर पाता वह भी इन जर्जर छज्जे के साथ हादसे का शिकार होकर मौत के मुंह में समा गया.