गाजीपुर में हर घंटे 1 सेमी बढ़ रही गंगा; 54 गांव जलमग्न, 70 स्कूल बंद, आवागमन ठप

गाजीपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. इसकी वजह से आसपास के करीब 54 गांव जलमग्न हो गए हैं. लोगों को आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पशुओं के लिए चारे की समस्या भी गंभीर है. प्रभावित इलाकों में कई स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं.

गाजीपुर में हर घंटे 1 सेमी बढ़ रही गंगा Image Credit:

उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश का दौर जारी है. इसकी वजह से गंगा नदी विकराल रुप धारण किए हुए है. गाजीपुर में गंगा के जलस्तर के लगातार बढ़ाव के चलते जन जीवन काफी कष्टमय हो गई है. लोग गंगा के पानी में घुसकर अपने घर और गांव तक आने-जाने को मजबूर हैं. कई गांवों का संपर्क टूट गया है. जनपद के पांच तहसील के करीब 54 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

गाजीपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. लोगों को आने-जाने के लिए नाव का ही एकमात्र सहारा है, जिसको लेकर किसान और ग्रामीण काफी परेशान नजर आ रहे हैं. वहीं, इसको लेकर प्रशासन से लेकर सरकार तक अलर्ट है. गाजीपुर डीएम अविनाश कुमार ने सोमवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्यों का जायजा लिया है.

हर घंटे 1 सेमी बढ़ रहा है गंगा का पानी

रिपोर्ट के मुताबिक, गाजीपुर में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है. सोमवार दोपहर तक गाजीपुर में गंगा का जलस्तर 64.390 मीटर दर्ज किया गया है. साथ ही इसके हर घंटे 1 सेंटीमीटर बढ़ने का अनुमान है. गंगा नदी के किनारे पड़ने वाले सदर, जमानिया, सेवराई, सैदपुर और मुहम्मदाबाद समेत पांच तहसील में पानी घुस गया है, जिससे आवागमन प्रभावित हो रहा है.

सबसे बड़ी समस्या पशुओं के चारे की है

इन इलाकों में लोगों के साथ पशुओं को भी काफी दिक्कत है. यहां पर काफी पशुपालन भी होता हैं. पूरे गांव में पानी धुस जाने के कारण उन्हें सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया हैं. लेकिन सबसे बड़ी समस्या पशुओं के चारे की है. गांव के खाली स्थान पर भारी संख्या में पशुपालक अपने पशुओं की सुरक्षा में लगे हुए हैं. जहां उनके लिए पशुओं के चारे की व्यवस्था करना मुश्किल हो रहा है.

70 से ज्यादा स्कूलों को बंद करने के आदेश

वहीं, गाजीपुर के ददरी घाट पर गंगा का पानी एकदम सीढ़िया तक पहुंच गया है. ग्रामीण प्रशासन से जल्द से जल्द राहत की मांग कर रहे हैं. इस बीच बाढ़ और कई इलाकों के जलमग्न होने के कारण स्कूलों को बंद कर दिया गया है. बेसिक शिक्षा अधिकारी हेमंत राव ने बाढ़ प्रभावित स्थानों में पड़ने वाले लगभग 70 स्कूल को बंद करने के आदेश जारी किए हैं.