वाराणसी: 53 गांव और 24 वार्ड में घुसा पानी, 12000 लोग विस्थापित; गंगा का जलस्तर 1978 के रिकॉर्ड के पास

वाराणसी में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण भयानक बाढ़ आ गई है. गंगा का जलस्तर 1978 के रिकॉर्ड के करीब पहुंच गया है. शहर के कई इलाके जलमग्न हैं और सड़कों पर नावें चल रही हैं. प्रशासन ने 46 बाढ़ राहत शिविर स्थापित किए हैं जहां 12000 से ज्यादा लोग शरण लिए हुए हैं.

वाराणसी में गंगा का जलस्तर सोमवार दोपहर 2 बजे तक 72.06 मीटर रहा जो कि खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर है. अब प्रशासन की नज़र गंगा के जलस्तर पर बनी हुई है जो कि अभी भी 0.5 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रही है. गंगा के जलस्तर का असर वरुणा और गोमती पर भी है. वाराणसी के ग्रामीण इलाके भी पूरी तरह से बाढ़ की चपेट में हैं.

1999 और 2013 के रिकॉर्ड को तोड़कर गंगा अब 1978 के 73.9 मीटर के रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रही हैं. पानी गंगा घाट से शहर की तरफ बढ़ रही हैं. शहर के कई इलाकें पानी की चपेट में हैं और सड़कों पर नावें चलने लगी हैं. गंगा के बढ़ते जलस्तर से अस्सी, सामने घाट, नगवां और गंगोत्री विहार कॉलोनी बुरी तरह से प्रभावित हैं. 12000 से ज्यादा लोगों राहत केंद्रों में रहने को मजबूर हैं.

53 गांव और 24 वार्ड बाढ़ से प्रभावित

वहीं, वरुणा के बढ़ते जलस्तर से नक्खी घाट का इलाका, सलार पुर, कोनिया के इलाके से सैकड़ों लोगों को बाढ़ राहत शिविर में आश्रय लेना पड़ा है. बाढ़ राहत पर सरकार की तरफ से जानकारी देते हुए प्रभारी मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि गंगा और उसकी सहायक नदियों के जलस्तर के बढ़ने से 53 गांव और 24 वार्ड प्रभावित हुए हैं. जबकि करीब 2100 परिवारों को रेस्क्यू किया गया है.

उन्होंने बताया कि करीब 2100 परिवारों के 12000 लोगों को बाढ़ राहत शिविर केंद्रों में आश्रय दिया गया है. वाराणसी में कुल 46 बाढ़ राहत शिविर केंद्र बनाए गए हैं. इन शिविरों में कम्युनिटी किचन के माध्यम से सुबह का नाश्ता, दोपहर का खाना और रात का भोजन दिया जा रहा है. कुल 80 नावें और 19 मोटर बोट लगाई गई हैं. इसके अलावे एनडीआरएफ की 5 टीमें तैनात हैं.

किसानों के 1900 हेक्टेयर फ़सल हुईं नष्ट

सुरेश खन्ना ने बताया कि बाढ़ की वजह से करीब 1900 हेक्टेयर फ़सल प्रभावित हुई है. प्रभावित किसानों को विशेष अनुदान दिया जाएगा. पुलिस विभाग की तरफ से 24 नावों के साथ 226 पुलिस कर्मियों के साथ लगातार गश्त किया जा रहा है. 11 क्यूआरटी द्वारा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गश्त कर कर रही है ताकि बाढ़ प्रभावित इलाकों में चोरी न हो सके. ड्रोन से भी मॉनिटरिंग की जा रही है.

वाराणसी में बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट है. 24 घंटे निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिला प्रशासन, स्वास्थ्य, बिजली, शिक्षा, पुलिस और एनडीआरएफ के अधिकारी कंट्रोल रूम में एक्टिव हैं. वाराणसी के कई रिहायशी इलाकों में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है. प्रशासन ने बाढ़ कंट्रोल रुम का नंबर जारी किया है. प्रभावित लोग 0542-2508550, 2504170, 9140037137 और 1077 पर राहत के लिए संपर्क कर सकते हैं.