किडनी फेल कर सकता है ये भुना चना! गोरखपुर में पकड़ी गई इतनी बड़ी खेप, नेटवर्क खंगाल रही टीम

गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग ने 750 बोरी सिंथेटिक भुना चना जब्त किया है. यह चना कपड़े रंगने वाले सिंथेटिक एलो डाई से पीला किया गया था, जो किडनी फेलियर, लीवर डैमेज और कैंसर का कारण बन सकता है, खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए. यह मिलावटी खेप मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ से लाई गई थी, जिससे अंतरराज्यीय रैकेट का खुलासा होने की आशंका है.

गोरखपुर में पकड़ी गई मिलावटी चने की खेप Image Credit:

उत्तर प्रदेश में सीएम सिटी गोरखपुर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सिंथेटिक युक्त 750 बोरी भुने चने की खेप बरामद की है. इस चने को पीला करने के लिए सिंथेटिक कलर लगाया गया था. विशेषज्ञों के मुताबिक इस चने को खाकर किडनी फेल हो सकती है और लीवर डैमेज हो सकता है. इस चने को खाने से कैंसर होने का भी खतरा है. इस बरामदगी के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम इस पूरे नेटवर्क को खंगालने में जुट गई है.

सहायक खाद्य आयुक्त सुधीर सिंह के मुताबिक यह खेप मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से लाया गया था और अब इसे फुटकर बिक्री के लिए सप्लाई किया जाना था. दो गाड़ियों में भरकर यह खेप राजघाट थाना क्षेत्र के लालडिग्गी स्थित मेसर्स मां तारा ट्रेडर्स पर आई थी. गुप्ता सूचना के आधार पर टीम ने दबिश देकर मौके से 750 बोरी भुना चना बरामद किया है. टीम ने इस चने के नमूने की जांच कराई तो उसमें सिंथेटिक एलो डाई मिला. यह सिंथेटिक एलो डाई खाने के लिए नहीं, बल्कि कपड़े रंगने और कागज को पीला रंग देने में प्रयोग होता है.

गर्भवती महिलाओं के लिए खतरनाक है कलर

सहायक खाद्य आयुक्त सुधीर सिंह के मुताबिक यह कलर बच्चों और गर्भवती महिलाओं के लिए अत्यंत खतरनाक और कैंसर का कारक होता है. उन्होंने बताया कि आम तौर पर भुने चने स्वास्थ्यवर्धक माने जाते हैं. इसलिए लोग इसका खूब सेवन करते हैं. लेकिन पकड़ी गई खेप का चना खाने से जान पर भी बन सकती है. मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने पूरे प्रदेश में भूने चने की सैंपलिंग के लिए अभियान शुरू किया है.

अंतरराज्जीय रैकेट का हो सकता है खुलासा

मामले की जांच से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक यह अंतरराज्जीय रैकेट हो सकता है. अभी तो इतनी बड़ी खेप गोरखपुर में पकड़ी गई है. आशंका है कि इसी तरह की खेप कई अन्य शहरों में भी आई होगी. अधिकारियों के मुताबिक इस तरह का चना मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में तैयार कर माफिया देश के विभिन्न शहरों में पहुंचा रहे हैं. इससे लोगों की जान को खतरा हो सकता है.