HDFC का ‘Barni Se Azadi’ अभियान, महिलाओं को वित्तीय रूप से कर रहा स्वतंत्र
HDFC म्यूचुअल फंड ने स्वतंत्रता दिवस पर'BarniSeAzadi' अभियान का पांचवां संस्करण लॉन्च किया है. यह अभियान महिलाओं को सही निवेश से आर्थिक आजादी पाने में मदद करता है. इसी कड़ी में तीन सफल महिला उद्यमियों ने अपनी प्रेरणादायक कहानियां साझा की हैं.
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर HDFC म्यूचुअल फंड ने ‘BarniSeAzadi’ अभियान का पांचवां संस्करण लॉन्च किया है. इस पहल का मकसद महिलाओं को यह समझाना है कि सच्ची आर्थिक आजादी सिर्फ पैसे बचाने से नहीं, बल्कि उन्हें सही तरीके से निवेश करने से मिलती है. आज जब देश आजादी की 79वीं वर्षगांठ मना रहा है, ऐसे में महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता भी जरूरी है.
महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा देने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है. इसी कड़ी में मनी9लाइव ने एक विशेष बातचीत का आयोजन किया, जिसमें ऐसी तीन महिला उद्यमी शामिल हुईं. जिन्होंने पारंपरिक सोच को तोड़ा और वित्तीय रूप से स्वतंत्र हुईं. अभियान का उद्देश्य महिलाओं को सही निवेश रणनीतियों के बारे में जागरूक करना है.
आज महिलाओं में बड़ा कर डालने का जज्बा है
HDFC AMC के MD और CEO नवनीत मुनोत का कहना है कि यह अभियान अब एक सामाजिक आंदोलन बन चुका है, जो महिलाओं को वित्तीय रूप से सशक्त बना रहा है. वही, नवनीत मुनोत के अलावा तात्विक आयुर्वेद की एमडी रिमझिम सैकिया, दिशा क्लोदिंग की फाउंडर दिशा गर्ग और 11:11 स्लिमिंग वर्ल्ड की फाउंडर प्रतिभा शर्मा भी चर्चा में शामिल हुईं.
बातचीत की शुरुआत में MD और CEO नवनीत मुनोत ने बदलते भारत पर अपनी रखी. उन्होंने कहा, ‘ आज से 30-35 साल पहले और अभी के भारत में बहुत कुछ बदलाव आया है. आज आपको देश की महिलाओं की आंखों में आशा दिखती है, महत्वाकांक्षा दिखती है और कुछ बड़ा कर डालने का जज्बा दिखता है.’
रिमझिम सैकिया ने छोड़ दी थी कॉर्पोरेट जॉब
रिमझिम सैकिया, तात्विक आयुर्वेद एंड वेलनेस लिमिटेड की एमडी हैं. उन्होंने बताया कि वह काफी समय तक कॉर्पोरेट सेक्टर में आरामदायक नौकरी कर रही थीं. लेकिन इस बीच उन्हें महसूस हुआ कि उन्हें समाज में बदलाव लाने के लिए काम करना है. इसी सोच से सैकिया ने तात्विक आयुर्वेद की शुरुआत की. इसके तहत वह 22 तरह के उत्पाद बनाती हैं. जबकि उनकी फैक्ट्री में 90 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं काम करती हैं.
दिशा गर्ग का गृहिणी से उद्यमी तक का सफर
दिशा क्लोदिंग की फाउंडर दिशा गर्ग की कहानी भी काफी प्रेरणादायक है. उन्होंने NIFT से ग्रेजुएशन की, लेकिन जिम्मेदारियों के कारण वह इस क्षेत्र में करियर शुरू नहीं कर पाईं. दिशा गर्ग ने 10 साल तक गृहिणी की भूमिका निभाई. लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना बुटीक सेंटर खोला और अपने सपनों को नई दिशा दी हैं.
प्रतिभा शर्मा- मुश्किलों को अवसर में बदला
11:11 स्लिमिंग वर्ल्ड की फाउंडर प्रतिभा शर्मा ने भी महिलाओं के बीच मिसाल पेश की हैं. उन्होंने बताया कि वह अब तक 1000 से ज्यादा क्लाइंट्स को सेवा दे चुकी हैं. इससे उनकी जिंदगी में सकारात्मक बदलाव आया है. उन्होंने बताया कि उनके भीतर बचत की ये आदत को लाने में उनकी मां की भूमिका काफी अहम रही है.
मुनोत ने बताया- बड़ा पैसा बनाने का फॉर्मूला
इन सफल महिला उद्यमियों की कहानियों को सुनकर नवनीत मुनोत ने कहा कि यही उभरते हुए भारत की पहचान है. समय के साथ अगर वित्तीय मामलों में पुरुषों के साथ महिलाएं भी कंधे से कंधा मिलाकर चलें, तो तस्वीर और भी मजेदार होगी. उन्होंने कहा कि महिलाओं की बचत को सही दिशा में लगाना ही हमारा काम है.
मुनोत के मुताबिक, ‘बड़ा पैसा बनाने का फॉर्मूला है- सही निवेश, संयम और लंबा समय है. महिलाओं में संयम और लंबा सोचने की क्षमता है, अगर निवेश को इसमें मिला दें तो नतीजे बेहतरीन होंगे.’ उन्होंने सभी महिलाओं को संदेश देते हुए कहा, ‘आज की महिलाओं के लिए कोई रास्ता मुश्किल नहीं है.’