भगवा से नीला हुआ कुर्सी का तौलिया! क्या CMO पद पर वापसी के बाद हरिदत्त नेमी के बदले तेवर?
कानपुर में आखिकार सीएमओ की कुर्सी पर डॉ हरिदत्त नेमी काबिज हो गए हैं. इस कुर्सी पर वापसी के लिए उन्हें, हाईकोर्ट का सहारा लेना पड़ा. उनकी और डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के बीच की तनातनी भी सुर्खियां बटोरी. अब मामला शांत हो गया है, लेकिन कुर्सी का तौलिया बदलना क्या इशारा करता है?

कानपुर में डॉ हरिदत्त नेमी ने गुरुवार को एक बार फिर से मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) के पद पर वापसी हुई है. उन्होंने आज से ऑफिस ज्वाइन किया. उनका कहना है कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद शासन के आदेश पर ही वह कार्यभार संभालने आए हैं. नेमी को कार्य में अनियमितता के आरोप में सस्पेंड किय़ा गया था, जिसपर हाईकोर्ट ने रोक लगा दी. अब उन्हें फिर से कुर्सी मिली है.
डॉ हरिदत्त नेमी औऱ डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के बीच तनातनी भी काफी हुआ था. यह बड़ा प्रशासनिक विवाद के रूप में उभरा, जब डीएम ने सीएमओ पर कार्रवाई की सिफारिश कर दी थी. काफी आरोप प्रत्यारोप लगे. लेकिन अब डॉ हरिदत्त नेमी को खोई कुर्सी वापसी मिल गई है. लेकिन एक चीज बदली-बदली दिखी, जो डॉ नेमी की कुर्सी पर लगने वाली टॉवेल का रंग था. इस बदलाव ने सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है.
डीएम के मॉनिटरिंग के वक्त भगवा रंग था
डॉ हरिदत्त नेमी को 19 जून को सस्पेंड कर दिया गया था. उनकी जगह डॉ. उदय नाथ को कानपुर का सीएमीओ बनाया गया था. वहीं, आज शासन की ओर से जारी आदेश में उदय नाथ को वापस श्रावस्ती भेज दिया गया और डॉ नेमी की उनकी जगह तैनात किया गया. उनके निलंबन के बाद हुए घटनाक्रम और उनके कार्यालय की कुर्सी पर रखे तौलिए के रंग में आए बदलाव ने अब सोशल मीडिया पर बहस छेड़ दी है.
यह घटनाक्रम डीएम के औचक निरीक्षण और डॉ. नेमी के हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर प्राप्त करने के बाद हुआ है. तौलिए के रंग परिवर्तन का राजनीतिक अर्थ निकाला जा रहा है. डीएम की मॉनिटरिंग के दौरान सीएमओ की कुर्सी पर जो टॉवेल पड़ा रहता था उसका रंग भगवा हुआ करता था. एक बार डीएम ने सीएमओ ऑफिस का भी औचक निरीक्षण किया था तो उस समय कुर्सी का टॉवेल भगवा ही था.
कार्यभार संभालने के समय रंग नीला हो गया
इसके बाद डीएम ने डॉ हरिदत्त नेमी को हटाने की संस्तुति कर दी जिसके बाद शासन ने डॉ नेमी को सस्पेंड कर दिया. इस सस्पेंशन के खिलाफ डॉ हरिदत्त नेमी हाइकोर्ट चले गए और वहां से उनके सस्पेंशन को स्टे कर दिया गया. स्टे मिलते ही डॉ हरिदत्त नेमी कानपुर पहुंचे और सीएमओ की कुर्सी पर काबिज हो गए. उस दौरान 24 घंटे तक सीएमओ ऑफिस में उथल पुथल मची रही और सीएमओ की कुर्सी पर टॉवेल का रंग सफेद हो गया.
इस घटना के बाद प्रशासन ने डॉ नेमी को कुर्सी से हटाते हुए कहा कि वो शासन से आदेश लेकर आए. इसके बाद डॉ नेमी कानपुर से चले गए और 16 तारीख को शासन ने आदेश जारी करते हुए ना सिर्फ डॉ हरिदत्त नेमी का सस्पेंशन खत्म कर दिया. इसके बाद 17 जुलाई को डॉ हरिदत्त नेमी कानपुर पहुंचे और उन्होंने सीएमओ के पद का कार्यभार संभाला. इस दौरान उनकी कुर्सी के टॉवेल का रंग नीला हो गया. अब इसपर चर्चा तेज है.



