‘लापता’ हो गए 161 पुलिसकर्मी, छुट्टी लेकर गए और वापस नहीं लौटे; कानपुर कमिश्नरेट ने बैठाई जांच
कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के 161 से अधिक पुलिसकर्मी छुट्टी के बाद ड्यूटी पर वापस नहीं लौटे हैं. इन पुलिसकर्मियों ने छुट्टी की उचित जानकारी दी थी, लेकिन वापसी की सूचना नहीं दी. इस मामले में पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं. दरअसल कई पुलिसकर्मी अपनी गैरहाजिरी की जानकारी नहीं देते हैं, जिससे उन्हें लापता माना जा रहा है.
यदि आम आदमी लापता हो जाए तो पुलिस उनकी तलाश करती है, लेकिन यदि पुलिस ही लापता हो जाए तो कौन तलाश करे? इस सवाल से खुद कानपुर पुलिस कमिश्नरेट भी जूझ रहा है. दरअसल कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के 161 से अधिक पुलिसकर्मी लापता हो गए हैं. ये वो पुलिसकर्मी हैं, जिन्होंने उचित कारण बताकर विभाग से छुट्टी ली और घर गए, लेकिन छुट्टी की अवधि पूरी होने के बाद भी ड्यूटी पर वापस नहीं लौटे.
ऐसे पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ते हुए 161 के आंकड़े को पार कर गई है. मामला संज्ञान में आने के बाद पुलिस कमिश्नर कानपुर ने जांच के आदेश दिए हैं. पुलिस कमिश्नरेट से मिली जानकारी के मुताबिक कई बार पुलिसकर्मी छुट्टी जाने के बाद समय पर वापस नहीं आते, लेकिन इसका कारण वह मुख्यालय में दर्ज कराते हैं. ऐसा ना करने पर उनके खिलाफ कार्रवाई होती है. लेकिन, यहां छुट्टी से वापस नहीं लौटने वाले 161 पुलिसकर्मियों ने अपनी गैरहाजिरी की कोई सूचना नहीं दी है.
यहां तक कि अब तक ड्यूटी पर नहीं लौटने का कोई कारण भी नहीं बताया है. ऐसे में फिलहाल इन सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक ऐसे पुलिसकर्मियों की सही संख्या अभी नहीं मिली है, लेकिन प्रारंभिक जांच में इनकी संख्या 161 निकल कर आई है. संभावना है कि जांच पूरी होने तक इनकी संख्या और बढ़ जाए. यह भी संभावना है कि कुछ पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तो लौट आए हों, लेकिन वह इसकी सूचना दर्ज नहीं करा पाए हों.
यह है छुट्टी पर जाने और लौटने के नियम
जानकारी के मुताबिक जब भी कोई पुलिस कर्मी छुट्टी पर जाता है तो जीडी में तस्करा डालना होता है. वहीं वापस लौटने के बाद फिर से तस्करा डालकर ड्यूटी जॉइन करता है. ऐसा ना करने पर ड्यूटी पर होने के बावजूद भी उसे गैर हाजिर माना जाता है. वहीं लंबे समय तक जीडी पर अपनी ड्यूटी अपडेट नहीं करने पर सामान्य भाषा में उसे लापता मान लिया जाता है. इस मामले में भी माना जा रहा है कि बीते छह महीने में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी छुट्टी पर तो गए, लेकिन वापसी के बाद जीडी पर एंट्री नहीं कराई.
क्या बोले अधिकारी
डीसीपी मुख्यालय कासिम आब्दी के मुताबिक छुट्टी की प्रक्रिया तस्करा के आधार पर होती है. ऐसे कई पुलिसकर्मियों के नाम जांच में आए है, जिनकी प्रारंभिक जांच की जा रही है. कई बार उनके वापस नहीं आने के कई सही कारण भी होते है. जैसे एक्सीडेंट या कुछ और. इस तरह के कारण सामने आने पर उन्हें समय दिया जाता है. वहीं कोई पुलिसकर्मी गलत कारण बताता है तो उसे दंडित किया दिया जाता है. उन्होंने कहा कि अभी लापता पुलिसकर्मियों की सही संख्या बताना संभव नहीं है. इस संबंध में पुलिस लाइन व सभी थानों से रिपोर्ट मंगाई गई है.