लखनऊ-कानपुर के बीच दौड़ेंगी ई-बसें, यूपी में हरित परिवहन ने लिया फैसला
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने उत्तर प्रदेश में हरित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए खास कदम उठाया है. सितंबर 2025 से लखनऊ-कानपुर समेत आसपास के जिलों में 40 इलेक्ट्रिक बसें चलना शुरू करेंगी. ये बसें लखनऊ, कानपुर, रायबरेली और प्रयागराज जैसे शहरों को जोड़ेंगी. इससे यात्रियों को बहुत फायदा हो सकेगा.
उत्तर प्रदेश में लखनऊ की सड़कों पर पर्यावरण अनुकूल परिवहन को बढ़ावा देने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है. सितंबर 2025 से लखनऊ-कानपुर समेत आसपास के जिलों में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की इलेक्ट्रिक बसें (ई-बस) दौड़ेंगी. इस पहल के तहत कानपुर रीजन को 40 अत्याधुनिक ई-बसें आवंटित की गई हैं, जो यात्रियों को आरामदायक और पर्यावरण के अनुकूल सफर का अनुभव देंगी.
UPSRTC ने इन ई-बसों को सिग्नेचर ग्रींस सिटी बस अड्डे से संचालित करने का फैसला किया है. ये बसें लखनऊ से चलकर झकरकटी बस अड्डे कानपुर जाएगी लखनऊ, रायबरेली और प्रयागराज जैसे प्रमुख शहरों के लिए चलेंगी. प्रत्येक बस में 42 सीटों की व्यवस्था होगी और इनका संचालन प्राइवेट कंपनी आरजी मोबिलिटी द्वारा किया जाएगा.
किस रूट पर कितनी बसें?
परिवहन निगम के अधिकारियों ने बताया कि सितंबर से लखनऊ और रायबरेली रूट पर 15-15 ई-बसें, जबकि प्रयागराज रूट पर 10 ई-बसें शुरू की जाएंगी और रखरखाव की प्रक्रिया सुचारु रूप से चलेगी. इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से न केवल डीजल बसों से होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी, बल्कि यात्रियों को शांत, आरामदायक और किफायती सफर का विकल्प भी मिलेगा.
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) ने उत्तर प्रदेश में हरित परिवहन को बढ़ावा देने के लिए खास कदम उठाया है. सितंबर 2025 से लखनऊ-कानपुर समेत आसपास के जिलों में 40 इलेक्ट्रिक बसें चलना शुरू करेंगी. ये बसें लखनऊ, कानपुर, रायबरेली और प्रयागराज जैसे शहरों को जोड़ेंगी. इससे यात्रियों को बहुत फायदा हो सकेगा.
UPSRTC की भविष्य की योजना
UPSRTC के इस कदम को राज्य सरकार की हरित परिवहन नीति के तहत देखा जा रहा है. निगम का लक्ष्य भविष्य में और अधिक रूट्स पर ई-बसों का संचालन बढ़ाना है.