अब जाम की टेंशन नहीं! CM आवास से आगरा एक्सप्रेसवे तक बनेगा 13KM लंबा कॉरिडोर
लखनऊ की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 13 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनने जा रहा है. ये कॉरिडोर सीएम आवास से पारा रोड तक बनाया जाएगा. इसके चलते हजरतगंज से आगरा एक्सप्रेसवे की दूरी महज 20 मिनट में तय की जा सकेगी.

राजधानी लखनऊ को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए योगी सरकार एक बड़ा कदम उठाने जा रही है. मुख्यमंत्री आवास, 5 कालिदास मार्ग से लेकर पारा रोड तक 13 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनने जा रहा है, जो सीधे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. यह परियोजना न केवल शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करेगी, बल्कि रोज़ाना लाखों लोगों की आवाजाही को भी आसान बनाएगी.
कनेक्टिविटी होगी बेहतर
2270 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला ये फोर लेन का एलिवेटेड कॉरिडोर, हैदर कैनाल के ऊपर बनाया जाएगा. इस कॉरिडोर के जरिए CM आवास से हजरतगंज होते हुए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे तक की दूरी को महज 20 मिनट में तय किया जा सकेगा. अभी इसके लिए करीब एक घंटे का समय लगता है. सरकार के इस फैसले के चलते लखनऊ के कई इलाकों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी. इसके साथ ही जाम से भी राहत मिलेगी.
राजनाथ सिंह ने की पहल
इस परियोजना की पहल लखनऊ से सांसद और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की. उत्तर प्रदेश सेतु निगम को इस प्रोजेक्ट की ज़िम्मेदारी सौंपी गई है, जो इसे आधुनिक तकनीक के आधार पर बनाएंगे. एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से शहर के भीड़भाड़ वाले इलाकों जैसे हजरतगंज, राजेन्द्र नगर, अमीनाबाद, आलमबाग और पारा में ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम होने वाला है.
2027 तक पूरा करने का लक्ष्य
रक्षा मंत्री के प्रतिनिधि और रिटायर्ड आईएएस दिवाकर त्रिपाठी ने बताया कि इस परियोजना की डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार हो चुकी है. इसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू किया जाएगा. जनवरी 2027 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. यह कॉरिडोर लखनऊ में आगामी ट्रैफिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बनाया जा रहा है. जानकारों का मानना है कि इस प्रोजेक्ट के जरिए न केवल लखनऊ की कनेविक्टिविटी बेहतर होगी बल्कि ट्रैफिक जाम से भी बड़े पैमाने पर राहत मिलेगी.



