‘ट्रेडिंग से होगा हर दिन 10% का फायदा’, सेबी अधिकारी बनकर ठग लिए 42 लाख रुपये

नोएडा में एक शख्स के साथ 42 लाख रुपये की ठगी कर दी गई. साइबर अपराधियों ने ठगी करने के लिए ऐसी तरकीब निकाली की शख्स उनके झांसे में आ गया और अलग-अलग अकाउंट्स में 42 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. इन्वेस्टमेंट के बाद उसे प्रॉफिट भी दिखाई दे रहा था, लेकिन कुछ समय बाद उसे पता चला कि वो ठगी के जाल में फंस चुका है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश के नोएडा में साइबर क्राइम के तरीके को जानकर आप भी सोच में पड़ जाएंगे. यहां पर साइबर क्राइम करने वालों ने खुद को SBI सेक्योरिटीज का अधिकारी बताया. इसके बाद उससे 42 लाख रुपये की ठगी कर ली. शख्स ने इसको लेकर साइबर क्राइम के तहत शिकायत दर्ज कराई है. फ्रॉड करने वालों ने कहा कि व्हाट्सऐप के जरिए एक योजना चलाई जाएगी, जिसमें निवेश करने पर बहुत फायदा होगा.

यहां निवेश करने के लिए उसने शख्स को हर तरीके से भरोसा दिलाया. फ्रॉड करने वाले लोगों ने शख्स को व्हाट्सऐप के जरिए कॉन्टैक्ट किया और कहा कि SBI सेक्योरिटीज की तरफ से ब्लॉक ट्रेडिंग और IPO के लिए एक खास योजना शुरू की जा रही है, जिसमें शामिल होने का मौका बस चुनिंदा लोगों के पास है. शख्स ने सूरज गुप्ता और रिचर्ड मेंडोंका के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. इस मामले में बीएनएस की धारा 318(4) और 319(2) के तहत केस दर्ज किया गया है.

हर दिन मिलेगा 5 से 10 प्रतिशत का फायदा

फ्रॉड करने वालों ने शख्स को भरोसा दिलाया कि व्हाट्सऐप ग्रुप के जरिए इन्वेस्टमेंट की जो योजना लाई जा रही है. उससे हर दिन 5-10 प्रतिशत का फायदा होगा. शख्स से कहा गया कि यह योजना केवल कुछ ही चुने हुए लोगों के लिए है. इसमें खास बात ये है कि इसे SEBI की तरफ से मान्यता भी मिली हुई है. शख्स से कहा गया कि इसके लिए पहले कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. जब ट्रांजैक्शन होगा, उसी समय 0.03 प्रतिशत का कमीशन देना होगा.

कैसे शुरू कराया इन्वेस्टमेंट

साइबर फ्रॉड करने वालों ने शख्स से कहा कि पहले वेबसाइट पर जाकर उसे केवाईसी अपडेट करना होगा. इसके बाद 25 हजार रुपये डिपॉजिट करके ट्रेडिंग शुरू की जा सकती है. हालांकि, उसने कुछ फर्जी नियम फॉलो करने की बात कही. फ्रॉड करने वाले लोगों ने कहा कि ट्रेडिंग केवल शाम को 3:30 के बाद ही की जा सकेगी, जिस समय बाजार बंद हो जाता है. उन्होंने कहा कि हर ट्रेड एक सीक्रेट कोड की जरूरत होगी और वेबसाइट पर जाकर ही सारे ट्रेड किए जा सकेंगे.

42 लाख रुपये कर दिए ट्रांसफर

शख्स का आरोप है कि उसने 2 से 30 जून के बीच 42.3 लाख रुपये अलग-अलग अकाउंट में ट्रेडिंग के लिए ट्रांसफर कर दिए. फ्रॉड करने वालों ने ऐसा सिस्टम बनाया था कि इन्वेस्टमेंट करने के बाद पोर्टल पर फायदे के रूप में 3.5 रुपये की कमाई दिखाई दे रही थी. उसे भी लगा सबकुछ सही है. फिर शख्स ने 2 लाख रुपये की रकम निकाल ली. बाद में जब और पैसे निकालने चाहे तो उससे 5 प्रतिशत का कमीशन मांगा गया. इसको लेकर शख्स ने साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई है.