‘मैं खुद नहीं गया था, बल्कि CM योगी ने मिलने की इच्छा जताई थी’, ब्रजभूषण शरण सिंह का बड़ा बयान

सीएम योगी से मुलाकात के बाद जहां एक तरफ ब्रजभूषण शरण सिंह के बारे में ये कहा जा रहा था कि वो सीएम योगी की शरण में चले गए हैं. तो इसे लेकर मंगलवार को ब्रजभूषण ने बाकायदा प्रेस कांफ्रेंस करके इसका जवाब दिया है. उन्होंने कहा कि वे अपनी मर्जी से सीएम योगी से मिलने नहीं गए थे, बल्कि योगी ने उन्हें मिलने बुलाया था.

ब्रजभूषण बोले मैं खुद मिलने नहीं गया Image Credit:

कैसरगंज के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता ब्रजभूषण शरण सिंह ने सीएम से मुलाकात को लेकर खुलकर बात की है. सालों की अदावत के बाद सोमवार को ब्रजभूषण, सीएम योगी से मिलने 5 कालीदास मार्ग उनके आवास पर पहुंचे थे. सीएम योगी से मुलाकात के बाद जब वे बाहर निकले तभी से कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. लेकिन मंगलवार को इसे लेकर उनका बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मैं खुद मुख्यमंत्री से मिलने नहीं गया बल्कि सीएम ने ही उनसे मिलने की इच्छा जताई थी. आगे उन्होंने कहा योगी जी ने मुझे बुलाया तो मैं मिलने चला गया.

पॉलिटिकल सरेंडर का ब्रजभूषण ने दिया जवाब

बाहुबली नेता ब्रजभूषण शरण सिंह और सीएम योगी के रिश्ते किसी से छिपे नहीं हैं. दोनो कमोबेश एक ही अंचल से ताल्लुक रखते हैं. वे सीएम योगी के सियासी विरोधी के तौर पर जाने जाते हैं. जब से योगी सीएम बने हैं तब से वे गाहे- बगाहे ऐसे बयान देते आए हैं, जो न केवल सीएम योगी की मुखालफत के तौर पर समझे जाते रहे हैं बल्कि कई बार पार्टी लाइन के भी इतर माने जाते हैं. लेकिन जब उनकी मुलाकात हुई तो राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा होने लगी कि वे सीएम योगी के आगे पॉलिकली सरेंडर हो गए हैं. इसे लेकर उन्होने खुलकर जवाब दिया है.

ब्रजभूषण ने क्या कहा

पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आप लोग जानते हैं कि जीवन में उतार- चढ़ाव होता रहता है. जनवरी 2023 में एक आरोप के बाद सीएम योगी से मेरी बातचीत बंद हो गई. उन्होंने कहा इसके बाद न मैं उनसे मिला और न ही मिलने का प्रयास किया. करीब 31 महीने बाद दोबारा मैं CM योगी से मिलने गया था. उन्होंने कहा जब उनपर गंभीर आरोप लगे तो उन्होंने इसे अपनी लड़ाई माना और तय किया कि वे इसे खुद लड़ेंगे. इसी वजह से उन्होंने सीएम योगी से दूरी बना कर रखी.

सीएम योगी ने की पहल

इस दमियान ब्रजभूषण ने शायराना अंदाज में रामधारी सिंह दिनकर की कविता भी पढ़ी. उन्होंने कहा कि एक बार एक अधिकारी से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि जब तक मुख्यमंत्री उन्हें मिलने नहीं बुलाएंगे, तब तक वे अपनी तरफ से उनसे मुलाकात करने की कोई पहल नहीं करेंगे. उनका कहना है कि अब जब सीएम ने पहल की तो उनको मुलाकात करने में कोई गुरेज नहीं था.

मठ से रहे हैं पुराने संबंध

आगे उन्होंने कहा कि गोरखनाथ मठ से उनके 5 दशक से भी ज्यादा वक्त से संबंध हैं. उन्होंने सीएम योगी के गुरू महंत अवैद्यनाथ का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि महराज जी से उन्हें पुत्रवत स्नेह प्राप्त होता रहा. रामजन्मभूमि आंदोलन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस वक्त भी उनकी नजदीकियां मठ से काफी ज्यादा रहीं.