‘चुन-चुनकर राख में मिला देंगे’, KGMU में लव जिहाद पर भड़कीं अपर्णा यादव, कहा- पार हो चुकी हैं सारी हदें

उत्तर प्रदेश के KGMU में सामने आए लव जिहाद मामले पर राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लव जिहाद करने वालों को "चुन-चुनकर राख में मिला देने" की कड़ी चेतावनी दी. यादव ने कहा कि ऐसे मामलों में हिंदू बेटियों का जीवन बर्बाद हो रहा है और अब इन हदें पार कर चुके लोगों का अंत करने का समय आ गया है.

राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव Image Credit:

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान केजीएमयू में लव जिहाद पर राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव बड़ा बयान दिया है. उन्होंने सीधे और सपाट शब्दों में ऐसे लोगों को सुधर जाने की चेतावनी दी. कहा कि ऐसे लोगों को चुन-चुनकर राख के ढेर में मिला देंगे. अपर्णा यादव ने कहा कि यह मामला उनके लिए बेहद शॉकिंग है. प्रदेश में लगातार कार्रवाई के बावजूद ये लोग मान नहीं रहे हैं. इस तरह की घटनाएं लगातार होती जा रही हैं.

अपर्णा यादव ने अपने सधे लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि यह भारत भूमि है. यहां जब एक सीता का अपहरण होता है तो वंश समेत रावण के पूरी लंका ध्वस्त हो जाती है. जब यहां द्रोपदी का वस्त्र हरण होता है तो कुल खानदान का नाश हो जाता है. इसके ऐतिहासिक प्रमाण हैं. फिर भी लव जिहादी सुधरने का नाम नहीं ले रहे. यह बड़े दुर्भाग्य की बात है. अपर्णा यादव ने कहा कि लव जिहाद के मामलों में हिंदू बेटियों का जीवन बर्बाद किया जाता है या फिर उनकी हत्या कर दी जाती है.

समय आ गया है कि…

अपर्णा यादव ने कहा कि केजीएमयू लव जिहाद केस ने तो सारी हदें पार कर दी हैं. अब लव जिहाद के खेलने वालों को हम देश की बेटियों का शिकार नहीं करने देंगे. अब वह समय आ गया है कि लव जिहाद की मानसिकता का ही अंत किया जाए. उन्होंने एक बार फिर चेतावनी देते हुए कहा कि ‘मैं सभी लव जिहादियों से कहना चाहती हूं कि सुधर जाओ वरना चुन चुन कर राख के देर में मिला दिया जाएगा’. उन्होंने कहा कि इस मामले में आयोग ने कार्रवाई की है. बीएनएस की जितनी धाराएं लगाई जा सकती हैं, आरोपी वह सारी धाराएं लगाई जाएंगी.

क्या है केजीएमयू केस?

बता दें कि केजीएमयू की एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर ने यहां तैनात सीनियर डॉक्टर रमीज मलिक पर संगीन आरोप लगाए हैं. सुसाइड का प्रयास करने की वजह से अस्पताल में भर्ती महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया कि डॉक्टर रमीज ने उन्हें प्यार के जाल में फंसाकर यौन उत्पी़न किया. वहीं जब शादी की बात आई तो आरोपी ने धर्मांतरण की कोशिश की. इसका विरोध करने पर आरोपी वीडियो वायरल किया था. अस्पताल में भर्ती पीड़िता ने इस संबंध में महिला आयोग और पुलिस में शिकायत दी थी.

KGMU जोरदार विरोध प्रदर्शन

इस घटना के बाद सोमवार को केजीएमयू में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शनकारियों ने आरोपी डॉक्टर रमीज को बर्खास्त करने और उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कैंपस में नारेबाजी की और केजीएमयू के वीसी को ज्ञापन सौंपा है. उधर, मामले की गंभीरता और घटना के प्रति लोगों में रोष को देखते हुए यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया है. यूनिवर्सिटी प्रबंधन के मुताबिक विशाखा कमेटी मामले की जांच कर रही है. रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी.