मथुरा हादसे के बाद एक्शन में CM योगी, एक्सप्रेसवे पर घटाई स्पीड लिमिट; महज इतनी स्पीड में चलेंगी गाड़ियां

मथुरा हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी तरह एक्शन में हैं. उनके निर्देश पर यूपीडा ने प्रदेश के सभी एक्सप्रेसवे पर बस-ट्रक समेत सभी भारी वाहनों की स्पीड लिमिट घटा दी है. अब किसी भी एक्सप्रेसवे पर बस या ट्रक 60 किमी प्रतिघंटा से ज्यादा की स्पीड पर नहीं चलेंगे.

यमुना एक्सप्रेसवे और ईस्टर्न पेरिफेरल पर घटी स्पीड लिमिट

मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर हुए भीषण हादसे के बाद पूरा शासन और प्रशासन हिल गया है. खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस घटना के बाद से पूरी तरह एक्शन में हैं. बीते 24 घंटे में कई दौर की बैठकों के बाद उन्होंने यमुना एक्सप्रेस समेत प्रदेश के सभी एक्सप्रेसवे पर वाहनों की स्पीड लिमिट घटाने के निर्देश दिए हैं. वहीं मुख्यमंत्री की सख्ती को देखते हुए यूपीडा ने प्रदेश के सभी एक्सप्रेसवे पर बस, ट्रक एवं अन्य सभी तरह के भारी वाहनों की अधिकतम स्पीड लिमिट 60 किमी प्रतिघंट तय कर दी है.

अभी तक एक्सप्रेस-वे पर बस और ट्रक ड्राइवरों को अधिकतम 120 किमी प्रति घंटे की स्पीड से चलने की परमिशन थी. अब मथुरा हादसे के बाद इन सभी एक्सप्रेसवे पर बसों और ट्रकों के लिए अधिकतम स्पीड लिमिट 60 किमी प्रतिघंटा कर दी गई है. बता दें कि यूपीडा ने बीते 15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेसवे पर नई स्पीड लिमिट तय की थी. इसमें छोटी गाड़ियों की स्पीड लिमिट 120 से घटाकर 75 किया गया था, वहीं भारी वाहनों की स्पीड लिमिट 100 से घटाकर 60 की गई थी.

सभी एक्सप्रेसवे पर व्यवस्था लागू

हालांकि लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर अभी तक गाड़ियों की स्पीट लिमिट में बदलाव नहीं किया गया था. इसकी वजह से इन एक्सप्रेसवे पर अभी भी सभी गाड़ियां फुल स्पीड में दौड़ रही थीं. अब यूपीडा की ओर से जारी ताजा आदेश के तहत इन सभी एक्सप्रेसवे पर नई स्पीड लिमिट लागू हो गई है. इस स्पीड लिमिट का उल्लंघन करने पर चालान के साथ मुकदमे की कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.

मंगलवार को हुआ था बड़ा हादसा

मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर बड़ा हादसा हुआ था. इस हादसे में 7 बसों के साथ 3 छोटी गाड़ियां आपस में टकरा गईं थीं. यह हादसा इतना भीषण था कि पहले एक बस में आग लगी और देखते ही देखते अन्य बसें और गाड़ियां भी आग की चपेट में आ गईं. इसकी वजह से 13 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि सौ से अधिक लोग अस्पतालों में जीवन और मौत से जूझ रहे हैं. इस हादसे की वजह घने कोहरे में ओवर स्पीड माना जा रहा है.