लो भइया गांजे वाली आलू टिक्की! लखनऊ में बेच रहा था दुकानदार…पुलिस ने 4 को किया गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में दुकानदार आलू की टिक्की में गांजा मिलाकर बेच रहा था. मोहनलालगंज में प्रमोद नाम का एक शख्स अपने स्ट्रीट फूड के नाम पर कस्टमर्स को को गांजे वाली टिक्की और अंडे खाने के लिए देता था. जिससे इलाके में नशे की आदतें बढ़ने लगीं. प्रमोद और उसके तीन सहयोगियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
आपने आलू की टिक्की सुनी होगी और जाहिर है इसका स्वाद भी लिया होगा. लेकिन, क्या गांजे वाली टिक्की की कल्पना कर सकते हो? जी हां उत्तर प्रदेश के लखनऊ से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां कुछ दुकानदार गांजे वाली टिक्की बेच रहे थे. अब गांजे की आलू वाली टिक्की खाने के बाद इस दुकान के कुछ फिक्स कस्टमर भी बन गए थे. पुलिस ने गांजा बेचने वाले अलग-अलग मामलों में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तीन ऐसे और लोगों को भी गिरफ्तार किया है जो पन्नियों में भी गांजा बेचते थे.
आलू में गांजा मिलाकर टिक्की बनाने वाला मामला लखनऊ के मोहनलालगंज का है. यहां पर एक शख्स काफी समय से स्ट्रीट फूड का काम करता था. इसका नाम प्रमोद है. लेकिन, स्ट्रीट फूड की आड़ में प्रमोद नाम के इस शख्स ने खोखे बेचने का काम भी शुरू किया. वो अपने आलू की टिक्की और अंडे में गांजा मिलाकर लोगों को खिला रहा था. कभी-कभी गांजे को चटनी में मिलाकर दुकान पर आने वाले कस्टमर्स को खिलाता था. 42 साल के प्रमोद की इस करतूत में इलाके के लोग नशे गिरफ्त में आने लगे. अनजाने में गांजा खाने के बाद उन्हें प्रमोद की टिक्की अच्छी लगने लगी.
अपना खास वाला माल खिलाइए
जब पुलिस को प्रमोद के इस बिजनेस के बारे में पता चला तो वो इसके पास पहुंचे. उन्होंने कहा कि अपना खास वाला माल खिलाइए. प्रमोद को कहां पता था कि उसके सामने पुलिस खड़ी है. प्रमोद ने जैसे टिक्की में गांजा मिलाया पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इस मामले में प्रमोद सहित तीन और लोगों को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने गांजा बेचने के ही दूसरे मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इन तीनों का नाम मनीष यादव, देव रावत और जगदीप यादव है. ये लोग स्कूल और कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट्स को अपना निशाना बनाते थे. गांजे का दाम 500 से 1200 रुपये तक रखते थे ताकि स्टूडेंट आसानी से इसे खरीद सकें.