लखनऊ नगर निगम में फिर हंगामा, अपनी ही पार्टी के मेयर के खिलाफ BJP पार्षद

लखनऊ नगर निगम के BJP पार्षद मुकेश सिंह मोंटी अपनी ही पार्टी के मेयर से खासा नाराज दिखाई दे रहे हैं. गुरुवार को नगर निगम के सदन में वे विपक्ष की दीर्घा में बैठे नजर आए. इसके बाद विपक्षी सदस्य उनसे अपनी- अपनी पार्टियों में शामिल होने को कह रहे हैं.

मेयर से नाराज हैं BJP पार्षद

लखनऊ नगर निगम सदन की कार्यवाही में गुरुवार को सियासी उठा-पटक देखने को मिली. भाजपा पार्षद मुकेश सिंह मोंटी अचानक विपक्ष की दीर्घा में जाकर बैठ गए. ऐसा कहा जा रहा है कि मेयर सुषमा खर्कवाल से उनकी लंबे समय से अनबन चल रही है और यही वजह है कि ये टकराव अब खुलकर सामने आ रहा हैं.

दलित MP के अपमान का आरोप

गुरुवार को नगर निगम के सदन की बैठक में मोंटी का विपक्षी मेंबर्स के साथ बैठना चर्चा का विषय बना रहा है. वहीं पिछले शुक्रवार को कांग्रेस पार्षद मुकेश सिंह चौहान ने सदन में दलित MP के अपमान का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा कि मोहनलालगंज सीट से आर.के. चौधरी एक दलित सांसद हैं. उनका आरोप है कि उनका नाम नगर निगम के किसी भी विकास कार्य के शिलान्यास पर नहीं लिखने दिया जा रहा है.

उन्होंने इसे MP का अपमान करार दिया. इस आरोप को लेकर भी सदन में गहमा- गहमी देखने को मिली, जिसके चलते भाजपा के पार्षदों को भी असहजता का सामना करना पड़ा.

मेयर से नाराजगी

बैठक में बजट पर चर्चा के दौरान भी बीजेपी पार्षद और मेयर के बीच तल्खी देखने को मिली. मोंटी की कमेटी बनाने और इसमें विपक्षी सदस्यों को भी शामिल करने की मांग पर मेयर भड़क गईं. उन्होंने कहा कि समिति गठित करने का अधिकार केवल मेयर का है.

कई पार्टियां दे रहीं ऑफर

वहीं इसके बाद विपक्षी खेमा बीजेपी पार्षद मोंटी को अपनी- अपनी पार्टियों में शामिल होने का न्योता दे रहा है. कांग्रेस पार्षद और पूर्व कांग्रेस नगर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान ने उन्हें अपनी पार्टी में आने का न्योता दिया. उनका कहना है कि कांग्रेस उनका गर्मजोशी से स्वागत करेगी. वहीं सपा पार्षद दल के नेता कामरान बेग का कहना है कि 2027 तक बीजेपी के ज्यादातर पार्षद सपा में दिखाई पड़ेंगे.

इस घटनाक्रम के चलते नगर निगम की राजनीति में नए समीकरण बनने के संकेत दिखाई दे रहे हैं. इधर इस मुद्दे को लेकर बीजेपी की बेचैनी बढ़ रही है.