जब खुद जलभराव में फंसे कमिश्नर… नगर निगम की पोल खोलती तस्वीर वायरल
मेरठ में बारिश के बाद जल भराव की कई तस्वीरें आई है. जब जिला अधिकारी खुद जल निकासी कराने के लिए घुटनों तक के पानी भरी सड़कों पर उतरे तो मेरठ कमिश्नर को जूते उतार कर, जींस ऊपर चढ़ाकर जल भराव से बचना पड़ा. ये तस्वीर नगर निगम कार्यकालय की है जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.

‘दिया तले अंधेरा’ कहावत को सच साबित करने वाली एक खबर उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आई है. ये कहावत नगर-निगम पर एक दम सटीक बैठती है. ऐसा इसलिए क्योंकि नगर निगम की जिम्मेदारी है कि पूरे शहर को जल भराव की समस्या से मुक्त रखे. इस काम को पूरा कराने के लिए नगर निगम हर साल लाखों करोड़ों का बजट पास करके नाला सफाई अभियान चलाता है.
मगर इसका नतीजा कुछ खास नहीं दिखाई देता है. हद्द तो तब हो गई जब कमिश्नर ऋषिकेश भास्कर यशोद नगर निगम पहुंचे और वो भी जलभराव की समस्या से जूझते हुए नजर आए. जल भराव की वजह से जब वो नगर निगम से चलने के लिए गाड़ी में बैठे तो उनके जूते और जींस न भीगे इसके लिए उन्होंने पहले जूते उतारे, जींस ऊपर चढ़ाई और फिर हाथ में जूते लेकर गाड़ी की ओर चल दिए.
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीर
अब कमिश्नर साहब की इस गतिविधि का मौके पर मौजूद किसी शख्स ने उनकी फोटो खींच ली. अब ये तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. इस वायरल फोटो में नगर निगम के अधिकारी और कुछ कर्मचारी भी नजर आ रहे हैं. कमिश्नर ऋषिकेश भास्कर यशोद नगर निगम में कुछ जरूरी काम के लिए पहुंचे थे. उन्होंने कुछ अधिकारियों के साथ बैठक भी की.
हालांकि, आपको बता दें कि नगर निगम के कुछ हिस्से में कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है. जिला अधिकारी डॉ वी.के सिंह भी शहर के कई जलभराव वाले इलाकों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे थे. स्थानीय लोगों और जन प्रतिनिधियों की शिकायत के बाद जिला अधिकारी को तालाब बनी सड़कों पर उतरना पड़ा था.
अब सवाल ये है कि जिन जगहों पर कंस्ट्रक्शन का काम नहीं चल रहा है वहां पर जलभराव की स्थिति से कैसे निपटा जाए. जब कुछ समय के लिए कमिश्नर साहब के चेहरे पर बाढ़ के पानी के बीच से होकर जाने में वाले सिकन को चेहरे पर जा सकता है तो हर दिन उस रास्ते से जाने वाले आम लोगों को कितनी मुश्किलें उठानी पड़ती होंगी?



