हर 7 मिनट में मेट्रो, हर 10 मिनट पर रैपिड रेल… मेरठ में कैसे एक ही ट्रैक पर चलेंगे दोनों
यूपी के मेरठ में आवाजाही की हाईस्पीड सुविधा बढ़ने वाली है. यहां हर 7 मिनट में मेट्रो, हर 10 मिनट पर रैपिड रेल की सुविधा देखने को मिलेगी. सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये दोनों एक ही ट्रैक पर दौड़ेगीं. इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है और बहुत जल्द इसकी शुरुआत हो सकती है.

मेरठ में एक ही ट्रैक पर मेट्रो और नमो भारत रैपिड रेल दौड़ने वाली है. इसकी तैयारी भी पूरी कर ली गई है. शहर में मेट्रो हर 5 से 7 मिनट के गैप पर और रैपिड रेल यानी कि नमो भारत हर 10 मिनट के गैप पर दौड़ेगी. इसका ट्रायल भी पूरा कर लिया गया है. जल्द ही इसकी शुरुआत हो सकती है. अभी नमो भारत रैपिड रेल दिल्ली के अशोक नगर से मेरठ दक्षिण तक ही चल रही है.
सभी फेज के ट्रायल पूरे
मेरठ मेट्रो और नमो भारत रैपिड रेल का सभी फेजेज के ट्रायल लगभग पूरे कर लिए गए हैं. बाकी जो शिकायतें सामने आ रही हैं, उन्हें लेकर टेक्निकल टीम काम कर रही है. खास बात ये है कि देश में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब नमो भारत रैपिड रेल और मेट्रो को एक ही ट्रैक पर चलाए जाने की प्लानिंग की गई है.
इसके लिए दोनों के बीच की दूरी, स्पीड , सिग्नल पर खास तौर से ध्यान रखा गया है. ट्रायल के बाद ये तय किया गया कि मेट्रो हर 5 से 7 मिनट के गैप पर और रैपिड रेल यानि नमो भारत हर 10 मिनट के गैप पर चलाई जाएगी.
ये होंगे अहम स्टेशन
मेरठ में नमो भारत के मेरठ दक्षिण, शताब्दीनगर, बेगमपुल और मोदीपुरम कुल 4 स्टेशन हैं. इसके इलावा गाजियाबाद के मोदीनगर नॉर्थ,साउथ, से होते हुए दिल्ली और फिर आखिरी स्टॉप सराय काले खां होगा. वहीं मेट्रो की बात करें तो ये केवल मेरठ शहर के लिए ही चलेगी. शहर में मेट्रो के कुल 13 स्टेशन मौजूद हैं.
मॉडर्न तकनीक का प्रयोग
नमो भारत और मेरठ मेट्रो एक मॉडर्न ट्रांसपोर्ट सिस्टम के तहत काम कर रहे हैं. जिसका संचालनOCC के जरिए किया जाना है. पहली बार LTE आधारित प्लेटफार्म स्क्रीन डोर के साथ यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम को भी अपनाया है. सुरक्षा के लिहाज से इसमें आटोमेटिक ट्रेन प्रोटेक्शन और आटोमेटिक ट्रेन सुपरविजन जैसी तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है.



