वाह रे UP पुलिस! बड़े भाई की हो गई मौत तो छोटे को पकड़ कर भेज दिया जेल, हैरान कर देगी कहानी
उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में पुलिस की लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां आठ साल पहले मृत व्यक्ति के खिलाफ जारी गैर-जमानती वारंट के आधार पर पुलिस ने उसके निर्दोष भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बाद में पीड़ित ने कोर्ट में गुहार लगाई. इसके कोर्ट ने उसे रिहा करते हुए पुलिस को नोटिस जारी किया है. पुलिस की लापरवाही से पूरे महकमे की छवि धूमिल हुई है.

उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर पुलिस एक ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे जानकर पूरा महकमा शर्मसार है. यहां नौ साल पहले जारी हुए एक गैर जमानती वारंट को तमील कराने के चक्कर में पुलिस ने एक निर्दोष व्यक्ति को उठाकर जेल भेज दिया. जबकि कोर्ट ने जिसके नाम वांरट जारी किया था, उसकी मौत आठ साल पहले यानी साल 2017 में ही हो गई थी. अब पीड़ित व्यक्ति ने कोर्ट में न्याय की गुहार लगाई तो कोर्ट ने पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है.
मामला मिर्जापुर के रसूलागंज गांव का है. जानकारी के मुताबिक यहां अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम की कोर्ट ने 30 जनवरी 2016 को अदलहाट थाना क्षेत्र में रहने वाले मोहम्मद सोहेल खां के खिलाफ गैर जमानती वारंटी किया था. कोर्ट की ओर से जारी इस वारंट के लएि नौ साल बाद जागी पुलिस ने 26 जुलाई 2025 को तमील करने का प्रयास किया. वहां जाने पर पता चला कि मोहम्मद सोहेल खान की आठ साल पहले ही मौत हो गई है. ऐसे में पुलिस ने वारंट उसके भाई शोहेब अहमद को तामील कराकर जेल भेज दिया.
9 साल पहले जारी हुआ था वारंट
ऐसे में शोहेब ने कोर्ट में पुलिस के खिलाफ अर्जी लगा दी. कोर्ट के बताया कि जिसके नाम वारंट है, उसकी मौत आठ साल पहले हो चुकी है. पुलिस ने उसे जबरदस्ती वारंट तामील कराकर उठा ले आई है. पीड़ित ने बताया कि जिस मुकदमे में उसे उठाया गया है, उससे उसका कोई लेना-देना ही नहीं. पीड़ित ने कोर्ट में अपने मृत भाई का मृत्यु प्रमाण पत्र भी पेश कर दिया. इसके बाद कोर्ट ने ने पीड़ित को बेगुनाह मानते हुए रिहा करने का आदेश दिया है.
कोर्ट ने जारी किया दरोगा को नोटिस
वहीं अपनी जिम्मेदारी में लापरवाही बरतने के आरोप में कोर्ट ने पीड़ित को गिरफ्तार करने वाले नारायणपुर चौकी प्रभारी अजय कुमार मिश्रा को नोटिस जारी कर तलब किया है.चौकी प्रभारी अजय कुमार मिश्रा ने ही 26 जुलाई को दो नफ़र वारंटी मोहम्मद सोहेल खां के नाम पर शोहेब और मिल्कीपुरा के रहने वाले शहजादे को गिरफ्तार किया था. इस मामले में मिर्जापुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा ने भी संज्ञान लिया है. उन्होंने मामले की विभागीय जांच के आदेश देते हुए जांच की जिम्मेदारी सीओ चुनार मंजरी राव को दी है.



