जेवर एयरपोर्ट तैयार, बस PM के उद्घाटन का इंतजार! जानिए देश को कब मिलेगा सबसे बड़ा हवाई अड्डा
नोएडा के जेवर में बन रहा नया अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के लिए तैयार है. यह छह रनवे वाला देश का सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा. प्रारंभिक चरण में एक रनवे से उड़ानें शुरू होंगी, जिसकी क्षमता प्रतिवर्ष 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी. 29500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

राष्ट्रीय राजधानी से सटे गौतमबुद्ध नगर के जेवर में बन रहे नोएडा एयरपोर्ट के शुरू होने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. देश के इस सबसे बड़े एयरपोर्ट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर में कर सकते हैं. इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एयरपोर्ट की प्रगति रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय भेजते हुए प्रधानमंत्री का समय मांगा है. समय मिलते ही उद्धाटन की तारीख घोषित कर दी जाएगी. आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक 6 रनवे वाले इस एयरपोर्ट का काम पूरा हो चुका है. अब बस फाइनल टच दिया जा रहा है और ये काम भी 15 अक्टूबर से पहले पूरा कर लिया जाएगा.
इस एयरपोर्ट का निर्माण कर रही एजेंसी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमटेड कंपनी के मुताबिक सभी रनवे, टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी टॉवर और एयरो ब्रिज तैयार हो चुके हैं. सभी रनवे के दोनों तरफ कार्गो का काम भी पूरा हो चुका है. छिटपुट जो काम बचे हैं, उन्हें युद्धस्तर पर किया जा रहा है. इसे हर हाल में 15 अक्टूबर से पहले पूरा करने का लक्ष्य है. अधिकारियों के मुताबिक प्रधानमंत्री दिवाली से पहले इस एयरपोर्ट के उद्घाटन के साथ ही फिल्म सिटी समेत अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे.
एयरपोर्ट कैंपस में होगी पीएम की जनसभा
इस एयरपोर्ट का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री यहीं पर एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. इस जनसभा में डेढ़ से पौने दो लाख लोगों के पहुंचने का अनुमान है. इसके लिए एजेंसी सभा स्थल पर आने जाने और उस समय यहां आने वाले वाहनों की पार्किंग के इंतजाम में जुट गई है. माना जा रहा है कि इस एयरपोर्ट के उद्घाटन के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यूपी का विकास मॉडल लेकर बिहार में चुनाव प्रचार करने जा सकते हैं.
29500 करोड़ की लागत से बना एयरपोर्ट
चार फेज में बन रहे इस एयरपोर्ट के निर्माण में करीब 29500 करोड़ रुपये लागत आई है. इसके लिए साल 2017 में केंद्रीय नागर विमानन मंत्रालय ने साइट क्लीयरेंस दिया था. वहीं साल 2018 में भारत सरकार ने सैद्धांतिक मंजूरी देते हुए काम शुरू करने की हरी झंडी दी. इसके बाद साल 2021 में 25 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस एयरपोर्ट के लिए भूमिपूजन किया था.
एक रनवे से शुरू होगी उड़ान
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक नोएडा एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट की शुरूआत एक रनवे से होगी. यह रनवे और इसके साथ कार्गो हब बनकर तैयार है. टर्मिनल बिल्डिंग भी पूरी तरह से तैयार हो चुकी है. यह काम प्रथम फेज में किया गया है. इस फेज के तहत इस एयरपोर्ट की उड़ान क्षमता हर साल 1.2 करोड़ यात्रियों की होगी. फिर अलग अलग अलग फेज में बाकी रनवे और उससे जुड़े अन्य प्रोजेक्ट शुरू किए जाएंगे. वहीं साल 2040 में जब चारों फेज का पूरा होगा तब इस एयरपोर्ट की क्षमता 7 करोड़ यात्रियों के प्रतिवर्ष उड़ान की होगी.
एयरपोर्ट में आने जाने की भी होगी फीस
नोएडा एयरपोर्ट में आने जाने के लिए भी एक निर्धारित शुल्क देना होगा. यह शुल्क 210 रुपये से लेकर 980 तक होगा. यूजर डवलपमेंट फीस के नाम पर वसूली जाने वाली इस रकम का निर्धारण एयरपोर्ट इकोनॉमिक रेगुलेटरी अथॉरिटी ने किया है. इसमें एईआरए ने घरेलू यात्रियों से 490 रुपये और इंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए 980 रुपये फीस तय किया है. यह शुल्क हवाई अड्डे से बाहर जाने पर वसूल किया जाएगा. वहीं हवाई अड्डे में अंदर जाने के लिए घरेलू यात्रियों से 210 रुपये और अंतरराष्ट्रीय यात्रियों से 420 रुपये वसूले जाएंगे.