कार के पहिए में लगी स्पेशल लाइट ने बिलाल को पहुंचाया जेल, लिव-इन पार्टनर का काटा था गला

लिव इन पार्टनर उमा की हत्या करने के बाद गला काटने वाले आरोपी बॉयफ्रेंड बिलाल ने सबूत मिटाने की भरसक कोशिश की. लेकिन अपनी कार के पहिए के चलते पुलिस की गिरफ्त में आ गया.

उमा हत्याकांड Image Credit:

हरियाणा के यमुनानगर में सहारनपुर की युवती के मर्डर केस में एक बड़ा खुलासा हुआ है. दरअसल, उमा की बेरहमी से गला काटकर हत्या करने के बाद आरोपी बिलाल ने अपराध छिपाने के लिए दो बड़े कदम उठाए. पहला उसने उमा का और अपना मोबाइल दोनों फॉर्मेट कर दिया. ऐसा उसने इसलिए किया क्योंकि उसके फोन में उमा की तस्वीरें, वीडियो और चैट मौजूद थीं. बिलाल 14 दिसंबर को होने वाले अपने निकाह से पहले उमा से जुड़ी हर याद और हर सबूत अपनी जिंदगी से खत्म कर देना चाहता था.

हत्या के बाद आधी रात को घर लौटकर वह चैन से सो गया. अगली सुबह परिवार के साथ शादी की खरीदारी करने भी निकल गया. अगर एक छोटी सी चूक न होती, तो शायद वह पुलिस की पकड़ से बच जाता. लेकिन पेशे से टैक्सी ड्राइवर बिलाल के लिए वही कार उसकी सबसे बड़ी गलती बन गई.

ऐसे पुलिस के शिकंजे में आया बिलाल

दरअसल, बिलाल अपने दोस्त की सफेद स्विफ्ट कार लेकर आया था, जिसके पहियों में लगी रंगीन लाइट्स दूर से ही पहचान में आ जाती थी. यूपी-हरियाणा बॉर्डर के सीसीटीवी फुटेज खंगालते वक्त पुलिस को यही कार 6 दिसंबर की रात करीब 11:34 बजे अराइयांवाला स्थित टाइल फैक्ट्री के कैमरे में जाती दिखी. महज 6 मिनट बाद यही कार हथिनीकुंड बैराज के पास यूपी की ओर जाती नजर आई. यहीं से जांच की दिशा तय हो गई.

आरोपी बिलाल के गांव पहुंची पुलिसी

मंगलवार 16 दिसंबर को हरियाणा पुलिस बिलाल को रिमांड पर लेकर सहारनपुर के नकुड़ क्षेत्र के टिडोली गांव पहुंची, जहां उसका घर है. पुलिस के सामने दो मुख्य टारगेट थे हत्या में इस्तेमाल की गई कार की बरामदगी और उमा का गला काटने वाला चाकू.करीब डेढ़ घंटे तक दो अलग-अलग टीमों ने घर, आसपास के जंगल और संभावित ठिकानों पर तलाशी ली. इस दौरान परिवार पहले ही घर छोड़कर जा चुका था.

पुलिस ने कई अहम सबूत जुटाए

बिलाल की निशानदेही पर पुलिस ने कई अहम सबूत जुटाए. हत्या के वक्त पहने हुए कपड़ों की भी तस्दीक की. उसने कबूला कि उमा की हत्या करके उसका मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर अपने पास रख लिया था, जो घर से बरामद हुआ. हत्या में इस्तेमाल चाकू हरियाणा के कलेसर के जंगल से बरामद किया गया. इसके अलावा बिलाल ने जो गिफ्ट उमा को दिए थे वो भी पुलिस ने बिलाल के बेड से बरामद कर लिया है.

सफेद स्विफ्ट कार भी बरामद

पुलिस की दूसरी टीम ने गांव से कुछ दूरी पर पेड़ों के झुरमुट से सफेद स्विफ्ट कार बरामद की है. बताया जा रहा है कि इसी कार में उमा का गला घोंटा गया था. अब इस कार की फोरेंसिक जांच कराई जाएगी, ताकि खून, फाइबर और अन्य तकनीकी साक्ष्यों से केस को और मजबूत किया जा सके.

हत्याकांड को बिलाल ने ऐसे दिया अंजाम

रिमांड के दौरान बिलाल ने बताया कि उसने 6 दिसंबर को सहारनपुर के टिडोली गांव से उमा को कार में बैठाया और घूमने के बहाने करीब 100 किलोमीटर तक गाड़ी चलाई. यमुनानगर के प्रतापनगर इलाके में हाईवे से नीचे कार उतारी. रोमांस का झांसा देकर पहले कपड़े उतरवाए, फिर पीछे की सीट बेल्ट को उसकी गर्दन में फंसाकर गला घोंट दिया. इसके बाद शव को पॉपुलर की नर्सरी ले गया, जहां चाकू से सिर काट दिया. सिर और कपड़ों को करीब 12 किलोमीटर दूर लाल ढांग खाई में फेंक दिया, ताकि पहचान न हो सके.

गिरफ्तारी के एक दिन बाद ही थी शादी

13 दिसंबर को पुलिस ने बिलाल को गिरफ्तार किया. इसके एक दिन बाद ही 14 दिसंबर को उसका निकाह लंढौरा (सहारनपुर) की एक लड़की से होना था. लेकिन जैसे ही ससुराल पक्ष को पता चला कि वह उमा के साथ दो साल लिव-इन में रहा और उसकी हत्या का भी आरोपी है तो ससुरालियों ने रिश्ता तोड़ दिया. जिस घर में शादी की तैयारियां थीं, वहां अब मातम पसर गया.

सिर का अलग से किया गया अंतिम संस्कार

उमा के पिता पवन और भाई टिंकू कुमार यमुनानगर पहुंचे. यहां पुलिस ने उन्हें उमा के सिर की पहचान कराई. पोस्टमार्टम के बाद सिर परिजनों को सौंप दिया गया. DNA सैंपल भी ले लिया गया. सहारनपुर में उमा के सिर का अलग से अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान पिता ने भावुक होते हुए कहा 15 साल पहले जब यह घर से भागी थी, तभी हमारे लिए मर चुकी थी. लेकिन इंसानियत के नाते अंतिम संस्कार करना हमारा फर्ज था.