चारा उगाओ, पैसा पाओ… जानें क्या है नैपियर घास मिशन, जो सहारनपुर में किसानों को बनाएगा मालामाल!

सहारनपुर प्रशासन ने "घास उगाओ, पैसा पाओ" योजना शुरू की है. इसके तहत नैपियर घास की खेती करने वाले किसानों को सहायता भी दी जा रही है. पशुपालन विभाग किसानों को मुफ्त में जड़ें उपलब्ध कराएगा. साथ ही तीन बीघा पर रोपाई करने वाले किसानों को 4,000 रुपये का अनुदान मिलेगा.

सहारनपुर "घास उगाओ, पैसा पाओ" योजना

सहारनपुर प्रशासन ने किसानों के लिए एक आकर्षक पहल शुरू की है. इसके तहत किसानों को नैपियर घास की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा. जिलाधिकारी मनीष बंसल के निर्देश पर प्रशासन ने ‘घास उगाओ, पैसा पाओ’ योजना शुरू की है. इस योजना के तहत किसानों को तीन बीघे नेपियर घास बोने पर चार हजार का अनुदान दिया जाएगा.

पशुपालन विभाग किसानों को नैपियर घास की रूट स्लिप (जड़ें) उपलब्ध कराएगा. योजना के अनुसार, तीन बीघा भूमि पर रोपाई करने वाले किसानों को 4,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा. यह राशि दो किस्तों में दी जाएगी. पहली किस्त रोपाई के बाद और दूसरी पहली कटाई के समय मिलेगी.

योजना में एक अनोखी शर्त भी रखी गई

‘घास उगाओ, पैसा पाओ’ योजना में एक अनोखी शर्त भी रखी गई है. इसके तहत जिन किसानों को जड़ें दी जाएंगी, उन्हें अगले साल इनकी दुगनी मात्रा विभाग के माध्यम से अन्य किसानों को उपलब्ध करानी होगी. इससे जिले में नैपियर घास का नेटवर्क तेजी से फैल सकेगा. वर्तमान में जिले को 2 हेक्टेयर रोपाई का लक्ष्य मिला है.

किसान 20 नवंबर से पहले दें आवेदन

विभाग ने किसानों से अपील की है कि इस योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान 20 नवंबर से पहले अपने निकटतम पशुचिकित्सालय में संपर्क करें. प्रशासन को उम्मीद है कि यह पहल चारे की लागत कम करेगी, पशुपालकों का दबाव घटाएगी और सहारनपुर को हरे चारे में आत्मनिर्भर जिला बनाने की दिशा में बड़ा कदम साबित होगी.

जानें नैपियर घास की क्या है खासियत?

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एमपी सिंह ने बताया कि नैपियर घास की खासियत यह है कि इसे एक बार लगाने पर तीन साल तक लगातार हरा चारा मिलता है. यही वजह है कि विभाग इसे उपजाऊ और बंजर दोनों तरह की जमीन पर उगाने की योजना बना रहा है, ताकि गौशालाओं और पशुपालकों को सालभर हरा चारा मिल सके.