‘जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद…’, दिल्ली ब्लास्ट के आरोपियों पर राज्य महिला आयोग अध्यक्ष का बड़ा बयान

राज्य महिला आयोग अध्यक्ष बबीता चौहान ने मुजफ्फरनगर में दिल्ली ब्लास्ट पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने डॉक्टरों के नाम आने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया. साथ ही कहा, 'जो जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद कर रहे हैं.' उन्होंने लव जिहाद और मदरसों की जांच की बात भी कही.

राज्य महिला आयोग अध्यक्ष बबीता चौहान (फाइल फोटो) Image Credit:

उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने यह बात शनिवार को मुजफ्फरनगर में कही हैं. वह मिशन शक्ति के तहत लाभार्थियों को लैपटॉप वितरित करने पहुंची थी. इस दौरान मीडिया से बात करते हुए दिल्ली बम ब्लास्ट को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने लव जिहाद के मगरमच्छों पर कार्रवाई और मदरसों की जांच की बात भी कही.

बबीता चौहान ने कहा कि दिल्ली बम विस्फोट में डॉक्टरो के नाम आना दुर्भाग्यपूर्ण है. यह तो वह बात हुई जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद कर रहे हैं. जहां आप रह रहे हैं, लोग आपके ऊपर इतना विश्वास कर रहे हैं. अगर ऐसी गतिविधियों में आप सम्मिलित हैं तो बहुत ही घटिया और इससे ज्यादा गंदी बात और कुछ हो ही नहीं सकती.

हिंदू शक के घेरे में आता है, तो भी कार्रवाई होगी

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि अभी तक लोगों में यह धारणा है कि दूसरे समुदाय में जो पढ़ा लिखा समाज है. वह अपने हिंदुस्तान की बात करता है, अपने भारत की बात करता है. लेकिन जब ऐसे लोगों का नाम सामने आता है तो कहीं ना कहीं डाउट तो होता ही है. यह दर्शाता है कि आप कितनी घटिया मानसिकता को लेकर जी रहे हैं.

उन्होंने कहा कि कार्यवाही हो रही है, इस पर कई लोग गिरफ्तार भी हुए हैं और जांच भी चल रही है. यह जांच का विषय है. अगर किसी पर संदेह है, अगर वह हिंदू आता है तो उनको भी घेरे में लिया जाता है. मुझे लगता है जांच होनी चाहिए और जांच करवाने वालों को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

लव जिहाद और मदरसों की जांच पर क्या बोलीं?

बबीता चौहान से पूछा गया कि जो छात्र मदरसों में पढ़ रहे हैं क्या उनकी जांच होनी चाहिए तो उन्होंने कहा कि अगर किसी पर संदेह हैं तो जांच जरूर होनी चाहिए. साथ ही लव जिहाद के मामले पर कहा कि कुछ मगरमच्छ थे जो कुछ पकड़े भी गए. जैसा कि आपको पता होगा अभी पूर्वांचल से छांगुर बाबा एक पकड़ा गया था.

उन्होंने कहा कि छांगुर बाबा के गुर्गे, मगरमच्छ पकड़े गए हैं और छोटी मछलियां अभी भी ज़िंदा हैं. लेकिन इस पर सब काम कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि वे पकड़े नहीं जा रहे हैं, और निश्चित रूप से एक गहरी खाई है जिसे पाटने में बहुत समय लगेगा. यह बदलता भारत और बदला हुआ उत्तर प्रदेश है. कोई अपराधी यहां बच नहीं पाएगा.