वाराणसी: आरती के दौरान गिरा दीपक, धधक उठा मंदिर, आत्म विश्वेश्वर टेंपल में पुजारी सहित 9 झुलसे

उत्तर प्रदेश में वाराणसी की संकठा के आत्म विश्वेश्वर मंदिर में सावन के आखिरी दिन आग लग गई. आरती के दौरान यहां दीपक गिरने की वजह से आग धधक उठी. जिस वजह से मौके पर अफरा-तफरी मच गई, जिसमें पुजारी समेत 9 लोग झुलस गए और 4 की हालत गंभीर है. सभी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.

आत्म विश्वेश्वर मंदिर में आरती के दौरान हादसा

उत्तर प्रदेश के वाराणसी के आत्म विश्वेश्वर मंदिर में सावन के आखिरी दिन आग लगने की वजह से 9 लोग झुलस गए. इसमें 4 लोगों की हालत बेहद गंभीर है. इस हादसे के बाद मौके पर झुलसे लोगों को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. इसमें मंदिर के पुजारी भी झुलस गए हैं. मौके पर अफरा-तफरी मच गई. लोग इधर से उधर जान बचाने की कोशिश में लगे हुए थे. इस वजह से और भी अव्यवस्था फैल गई. सभी को दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. आग को बुझाने के लिए मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंची. साथ ही डीएम सहित कई आला अधिकारी हादसे के बाद मंदिर पहुंचे और जानकारी जुटाई.

वाराणसी के संकठा गली में आत्म विश्वेश्वर मंदिर है. सावन का अखिरी दिन था, लिहाजा मंदिर में विशेष शृंगार किया गया था. आरती के दौरान सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भी मौजूद थे. ऐसे में आरती के दौरान ही ये हादसा हो गया. आरती के दौरान दया जलता हुआ दीपक गलती से गिर गया.

जिसके बाद रुई से उठी आग की लपटों की वजह से मंदिर धधक उठा और वहां मौजूद लोगों में 9 लोग झुलस गए, जिसमें मंदिर के पुजारी भी शामिल हैं. इनमें से 4 लोगों की हालत गंभीर है, जिनका इलाज अस्पताल में जारी है. इनमें से 2 को प्राथमिक इलाज के बाद वापस भेज दिया गया है.

अस्पताल पुहंचे डीएम और कई आला अधिकारी

इस हादसे की सूचना पर डीएम सहित प्रशासन के कई आला अधिकारी ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की.
उन्होंने घायलो के इलाज और वहां की व्यवस्था के बारे में जायजा लिया. फिलहाल, आग की ये घटना महज हादसा था या फिर लापरवाही, इसकी जांच के लिए आदेश दिए गए हैं.

बेहतर इंतजाम नहीं थे

स्थानीय लोगों के मुताबिक, श्रृंगार के समय लोगों की सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजाम नहीं थे, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ. वहीं, श्रद्धालुओं ने प्रशासन से धार्मिक आयोजनों में आग की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने की मांग की है. खास तौर पर विशेष आयोजनों के समय और भी चौकन्ने रहने की आवश्यकता है.