हर भेड़ के बदले मिलेंगे 10 हजार रुपये… CM योगी ने 170 भेड़ों की मौत पर मुआवजे का किया ऐलान

सीएम योगी आदित्यनाथ ने 175 भेड़ों की मौत के मामले का संज्ञान लिया. उन्होंने प्रति भेड़ 10 हजार रूपये मुआवजे का एलान किया है. साथ ही इस घटना की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.

सीएम योगी आदित्यनाथ ( फाइल फोटो) Image Credit:

लखनऊ के दुबग्गा क्षेत्र में राष्ट्र प्रेरणा स्थल के निकट 175 से अधिक भेडें रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत पाई गईं. पशुपालकों का आरोप है कि राष्ट्र प्रेरणा स्थल कार्यक्रम के दौरान बचा हुए खाने और कचरे को पार्किंग क्षेत्र में फेंक दिया गया था. भेड़ों ने इन्हें खा लिया. इससे उन्हें फूड पॉइजनिंग जैसी स्थिति हुई और वे तड़प-तड़पकर मर गईं.

200 से अधिक भेड़ों की हालत अभी भी नाजुक है, वे उठ नहीं पा रही हैं. यह दिल दहला देने वाली घटना राष्ट्र प्रेरणा स्थल के पास वसंत कुंज इलाके में हुई. अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लिया. उन्होंने प्रति भेड़ 10 हजार रूपये मुआवजे का एलान किया है. साथ ही इस घटना की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है.

चार चरवाहों की थी सभी भेड़ें

सभी भेड़ें फतेहपुर जिले के चार चरवाहों प्रदीप कुमार, विजय पाल, अजय पाल और शिवरतन की थी. वे कुछ दिन पहले लखनऊ के आसपास चराई के लिए आए थे. प्रदीप कुमार रोते हुए बोले, “हमारी जिंदगी भर की जमा-पूंजी चली गई. अब जिंदगी सिर्फ जहर खाने लायक बची है.

चरवाहा प्रदीप कुमार ने रोते हुए बताया था कि विदेश गए भाई ने पैसे भेजे थे, उन्हें लगाकर ये भेड़ें खरीदी थी. उन्होंने मुख्यमंत्री से घटना की जांच करने और मुआवजा दिलवाने की मांग की थी . अब सरकार के मुआवजा देने के फैसले से सरकार के फैसले से पशुपालकों को राहत मिली है.

क्या फूड पॉइजनिंग का मामला है?

पशु चिकित्सा अधिकारी आरपी सचान ने कहा, ‘यह फूड पॉइजनिंग का मामला लगता है. सड़ा या ज्यादा खाना खाने से पशुओं में ब्लोटिंग होती है. पेट फूल जाता है, सांस लेने में दिक्कत होती है और मौत हो जाती है.’ टीम अभी बीमार भेड़ों का इलाज कर रही है, उन्हें बचाने की कोशिश जारी है. वहीं, हेल्पिंग हैंड NGO ने इसको लेकर लापरवाही का आरोप लगाया है.