Varanasi के हरिश्चंद्र घाट पर अघोरियों ने गाया Happy Birthday Kashi

आज काशी का हैप्पी बर्थडे भी है.अघोर परम्परा में इस हैप्पी बर्थडे को मनाने का अपना तरीका है. दुनियां में एकमात्र यही पीठ है जहां अघोर चतुर्दशी पर आधी रात को योगिनी चक्र पूजन, भैरवी चक्र पूजन और श्मशान पीठ पूजन एक साथ होती है. दुनिया भर से आए अघोर से जुड़े साधक इस महान पूजा में शामिल होते हैं. स्थूल, सूक्ष्म और कारण तीनों ही प्रकार के शरीर को रोग, व्याधियां और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्त करने वाली और समस्त बधाओं को दूर कर मोक्ष प्रदान करने वाली ये महान पूजा है. इस पूजन में तंत्र और मंत्र दोनों ही का समावेश है. हालांकि अघोर परम्परा में इसमें कोई विभाजन नहीं है, सब एक ही है लेकिन सामान्य जनमानस में ये भ्रम है.