सड़क पर किस बाहुबली का जा रहा काफिला? गाड़ियों के नंबर से कर सकते हैं पहचान
उत्तर प्रदेश में बाहुबली नेता और माफिया अक्सर एक जैसे नंबर वाली गाड़ियों के काफिले से चलते हैं. काफिले में शामिल गाड़ियों पर लिखे 0786, 0001, 0108 जैसे नंबर ही उनकी पहचान बन गए हैं. पूर्वांचल के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी 0786 नंबर वाली गाड़ियों से चलते थे, वहीं माफिया डॉन अतीक अहमद को 0786 नंबर से प्रेम था. कुंडा विधाय राजा भैया (0001, 0072) नंबर वाली गाड़ियों के काफिले में चलते हैं तो बृजेश सिंह को 0108 से लगाव है.
अक्सर आपने सड़कों पर एक ही कलर और एक ही नंबर वाली गाड़ियों का लंबा काफिला देखा होगा. इस काफिले में शामिल गाड़ियों के नंबर प्लेट पर लिखे ये नंबर 0001, 0108, 0009, 8088, 0786 आदि केवल सामान्य नंबर नहीं, बल्कि इस काफिले का नेतृत्व करने वाले की पहचान भी हैं. काफिले में शामिल गाड़ियों के नंबर और गाड़ियों की संख्या उस व्यक्ति के बाहुबल का परिचय देते हैं.
उदाहरण के तौर पर वाराणसी के पूर्व एमलएसी और बाहुबली बृजेश सिंह के काफिले में 0108 वाली गाड़ियां शामिल होती हैं तो माफिया डॉन मुख्तार अंसारी 0786 और 007 नंबर वाली गाड़ियों से चलते थे. बाहुबलियों के इस शौक को परिवहन विभाग भी खूब भुनाने की कोशिश करता है. इसी लिए परिवहन विभाग में गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन की नई सीरीज शुरू होने से पहले कुछ वीआईपी नंबर चिन्हित किए जाते हैं और फिर इनकी ऑनलाइन नीलामी कराई जाती है. फिर पसंदीदा नंबर हासिल करने के लिए बड़ी बड़ी बोली लगाई जाती है.
ऊंची कीमत पर बिकते हैं VIP नंबर
इससे परिवहन विभाग को अच्छी आमदनी हो जाती है. दरअसल, उत्तर प्रदेश में वीआईपी या बाहुबली कहलाने का शौक हर छोटे बड़े नेता को है. इन नेताओं को लग्जरी गाड़ियों का शौक तो है ही, उन गाड़ियों पर स्पेशल नंबर का शौक उससे भी ज्यादा है. खासतौर पर यूपी के घोषित बाहुबली नेताओं खुद को वीआईपी कहलाने के लिए एक ही कलर और एक ही नंबर वाली गाड़ियों का काफिला लेकर चलते हैं.
मुख्तार को पसंद थीं 0786 और 007 नंबर वाली गाड़ियां
इस काफिले में आमतौर पर एक ही कलर और एक ही नंबर वाली गाड़ियां शामिल होती हैं. ऐसे में सड़क पर निकले काफिले में शामिल गाड़ियों के नंबर देखकर ही आप जान सकते हैं कि किस बाहुबली का काफिला जा रहा है. पूर्वांचल के दिवंगत बाहुबली मुख्तार अंसारी गाड़ियों के लंबे काफिले में चलते थे. इनके काफिले में शामिल सभी गाड़ियों के नंबर 0786 और 007 होते थे.
0786 नंबर वाली गाड़ियों से चलता था अतीक
इसी प्रकार दिवंगत सांसद अतीक अहमद के काफिले में 0786 नंबर वाली गाड़ियों की लंबी कतार होती थी. एक ही कलर और एक ही नंबर की इन गाड़ियों में बैठने वाले ज्यादातर लोगों के कपड़े भी आम तौर पर एक ही तरह के होते थे और इन सभी लोगों के लोगों के पास अत्याधुनिक हथियार रखे होते थे. इन दोनों बाहुबलियों के रौब गांठने का यह अपना तरीका था.
राजा भैया के काफिले में 0001 और 0072 नंबर गाड़ियां
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में कुंडा विधायक राजा भैया भी काफिले में चलते हैं. उन्हें भी स्पेशल नंबर वाली गाड़ियों का बहुत शौक है. उन्हें खासतौर पर दो नंबर 0001 और 0072 बहुत पसंद है. इसलिए उनके काफिले में इन्हीं दो नंबर वाली गाड़ियां शामिल होती हैं. राजा भैया के साथ चलने वाले उनके कई समर्थकों के पास भी इसी नंबर वाली गाड़ियां हैं, जो अक्सर काफिले में शामिल होती हैं. इसी प्रकार जौनपुर के बाहुबली और पूर्व सांसद धनंजय सिंह 9777 नंबर वाली गाड़ियों के काफिले में चलते हैं. धनंजय सिंह को भी लग्जरी गाड़ियों का खूब शौक है और उनकी लगभग सभी गाड़ियों पर यही नंबर लिखे होते हैं.
बृजभूषण शरण सिंह को पसंद है 9000 नंबर
वीआईपी नंबर वाली गाड़ियों के मामले में बीजेपी के दिग्गज नेता और कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह भी किसी से कम नहीं हैं. इस बाहुबली नेता को 9000 नंबर पसंद हैं. इसलिए उनके काफिले में शामिल होने वाली ज्यादातर गाड़ियां इसी नंबर की होती हैं. बृजभूषण शरण सिंह के पास इस नंबर वाली गाड़ियों का बड़ा कलेक्शन है.
बृजेश सिंह काफिले में 0108 नंबर वाली गाड़ियां
कुछ यही स्थिति उत्तर प्रदेश में चंदौली के सैय्यद राजा से विधायक सुशील सिंह की भी है. सुशील सिंह डॉन बृजेश सिंह के भतीजे हैं और उन्हें 0001 नंबर खास पसंद हैं. उनके काफिले में शामिल ज्यादातर गाड़ियां इसी नंबर वाली होती हैं. बृजेश सिंह खुद 0108 नंबर वाली गाड़ियों के काफिले में चलते रहे हैं. वहीं फैज़ाबाद के गोसाईगंज से बाहुबली विधायक अभय सिंह 7273 नंबर वाली गाड़ियों के काफिले में चलते हैं.