AMU में आतंकी अलर्ट, आने- जाने वालों पर रखी जा रही पैनी नजर
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में आतंकी खतरे को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इसके बाद कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. शिक्षा मंत्रालय द्वारा भेजे गए अलर्ट के बाद विश्वविद्यालय कैंपस में आने जाने वाले सभी लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है. इसके लिए AMU कई कदम उठा रहा है ताकि सेक्योरिटी को लेकर कोई खतरा न हो.

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) में आतंकी खतरों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है. इसके बाद कैंपस की सुरक्षा को काफी चाक- चौबंद कर दिया गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन, कैंपस में दाखिल होने वाले हर शख्स की सघन जांच कर रहा है. इसके लिए एंट्री गेट पर बाकायदा आइडी कार्ड की चेकिंग की जा रही है और हर संदिग्घ पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
शिक्षा मंत्रालय द्वारा भेजे गए एक अलर्ट पत्र के बाद ये कदम उठाया गया है, जिसमें इस बात की आशंका जताई गई थी कि AMU में संभावित आतंकी खतरा हो सकता है. जिसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन सुरक्षा प्रोटोकॉल का खासा ध्यान रख रहा है.
शिक्षा मंत्रालय ने दिए ये इनपुट्स
दरअसल शिक्षा मंत्रालय की तरफ से 23 जुलाई को AMU के कुलपति को एक ईमेल भेजा गया था, जिसमें आतंकी खतरे का जिक्र किया गया था. इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने एहतियातन कैंपस के एंट्री गेट्स पर सुरक्षा बढ़ा दी है. अब AMU के कैंपस में दाखिल होने के ID कार्ड दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है. इसके साथ ही सेक्योरिटी तंत्र को और मजबूत करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि किसी भी संभावित खतरे को टाला जा सके.
प्रॉक्टर ने बताई ये बात
AMU के प्रॉक्टर प्रोफेसर मोहम्मद वसीम अली ने अलर्ट मेल की पुष्टि करते हुए बताया कि सभी उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए सुरक्षा उपायों को और अधिक प्रभावी बनाया जा रहा है. इसके लिए जांच की प्रक्रिया को भी बढ़ाया जा रहा है. यूनिवर्सिटी का प्रयास है कि कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति कैंपस में प्रवेश न करे. इसके साथ- संदिग्घ सामानों पर भी नजर रखी जा रही है.
पहले भी मिल चुकी है धमकी
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ मिलकर यहां की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर रही है. इसके साथ ही मिल रहे इंटेलीजेंस इनपुट्स के आधार पर काम किया जा रहा है. हांलाकि ये पहली बार नहीं है जब AMU कैंपस में आतंकवादी खतरे को लेकर बातें सामने आई हैं. इसके पहले जनवरी में भी बम से उड़ाने की धमकी मिली थी, जिसमें 2 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी गई थी. हालांकि जांच के बाद इस धमकी को फर्जी करार दिया गया था.



