प्रमुख सचिव तक मेरी पहुंच… अंबेडकर नगर CMO को रिश्वत मांगना पड़ा भारी; DM ने बैठा दी जांच
अंबेडकरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CM) संजय कुमार शैवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. उन्होंने क्लीनिक लाइसेंस रिन्यूअल के लिए रिश्वत का रास्ता अपनाया था. साथ ही धमकी भी दी कि उनका पहुंच मुख्य सचिव तक है. वो मामला निपटा लेंगे. अब इस माले में डीएम ने जांच बैठा दी है.
अंबेडकरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CM) संजय कुमार शैवाल भ्रष्टाचार के मामले में घिर गए हैं. उनपर क्लीनिक का लाइसेंस रिन्यूअल करने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए का रिश्वत मांगने का आरोप है. जलालपुर के निवासी सलिल ने डीएम अनुपम शुक्ला को पत्र देकर आरोप लगाया था. डीएम ने मामले में तीन सदस्यीय मजिस्ट्रेट जांच बैठा दी है.
सलिल ने आरोप लगाया कि सीएमओ ने उनके भाई सौरभ के प्रखर डेंटल क्लीनिक का लाइसेंस रिन्यूअल के लिए एक लाख साठ हजार की मांग की. पैसे नहीं देने पर रिन्यूअल नहीं किया गया. साथ ही सीएमओ ने कहा, ‘मेरी पहुंच प्रमुख सचिव तक है. जिससे शिकायत करनी हो कर लो. प्रमुख सचिव से मिल कर मामला रफा दफा कर लूंगा.’
30 हजार के हिसाब से 5 साल का डेढ़ लाख दो
सलिल का कहना है कि डेंटल क्लीनिक का लाइसेंस 2024_25 का बना था, जिसके रिन्यूअल के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था.पांच जुलाई को सभी दस्तावेजों के साथ सीएमओ से मिला. सीएमओ ने एक सप्ताह का समय दिया. जब लाइसेंस रिन्यूअल नहीं हुआ तो एक सप्ताह बाद फिर सीएमओ से मिला. जिस पर सीएमओ ने स्टेनो महेश से मिलने को कहा.
सलिल का आरोप है कि जब महेश बाबू से मिला तो उन्होंने कहा कि एक साल के तीस हजार के हिसाब से पांच साल का डेढ़ लाख सीएमओ को और दस हज़ार मुझे दे दो, काम करा दूंगा. जब पैसा नहीं दिया तो क्लीनिक का लाइसेंस आज तक रिन्यूअल नहीं हुआ. वहीं, सीएमओ संजय कुमार शैवाल का कहना है कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है.
रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर देने के निर्देश
वहीं, अब सलिल की शिकायत पर डीएम अनुपम शुक्ला ने तीन सदस्यीय मजिस्ट्रेट जांच टीम गठित की है. टीम का कमान एडीएम सदानंद गुप्ता को सौंपा गया है. साथ ही जांच टीम में अकबरपुर की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट आईएस अधिकारी प्रतीक्षा सिंह और जलालपुर के एसडीम न्यायिक डॉ शशिशेखर भी शामिल हैं. रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर देने के निर्देश है.