बरेली: फायरिंग से पहले दिशा पाटनी की मां को कौन कर रहा था फोन पर फोन?

बरेली में बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पटानी के घर फायरिंग का मामला सुलझने के बजाय और उलझता जा रहा है. वारदात के दिन एक्ट्रेस की मां को फोन करने वाले व्यक्ति को पुलिस ने ट्रैस कर लिया, लेकिन उसका इस घटना से कोई संबंध नहीं निकला है. अब पुलिस को हरियाणा और दिल्ली गई टीम से ही थोड़ी बहुत उम्मीद नजर आ रही है.

दिशा पाटनी के घर फायरिंग का रहस्य Image Credit:

बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के घर फायरिंग मामला लगातार गहराता जा रहा है. मामले की जांच के लिए राजस्थान भेजी गई टीम खाली हाथ लौट आई है. यह टीम उस फोन कॉल को ट्रैस करने गई थी, जो वारदात से ठीक पहले दिशा पाटनी की मां को आया था. पुलिस को आशंका थी कि इस फोन कॉल का संबंध फायरिंग से हो हो सकता है. लेकिन, फोन की लोकेशन पर पहुंची पुलिस टीम को पता चला है कि कॉलर का इस घटना से कोई संबंध नहीं है. बल्कि वह ‘सनकी’ है और रैंडमली महिलाओं को फोनकर परेशान करता रहता है.

बरेली पुलिस के मुताबिक दिशा पाटनी के घर लगातार दो दिन फायरिंग हुई थी. पहले दिन हुई फायरिंग से ठीक पहले उनकी मां को एक अपरिचित नंबर से फोन आया था. कॉलर ने उन्हें बताया था कि उनका एक पार्सल आया है. जब दिशा पाटनी की मां ने कहा कि उन्होंने कोई पार्सल बुक नहीं किया तो फोन कट गया था. दिशा पाटनी की मां ने इसकी जानकारी बरेली पुलिस की पूछताछ में दी थी. इसके बाद पुलिस ने इस नंबर को भी सर्विलांस पर डाल दिया था. जांच में पता चला कि यह नंबर राजस्थान में भरतपुर का है.

एसएसपी ने बनाई स्पेशल टीम

इसके बाद पुलिस की एक टीम दो दिन से भरतपुर में डेरा डालकर बैठी थी. इस दौरान भरतपुर पुलिस ने बताया था कि आरोपी के खिलाफ इसी तरह फोन करने के तीन मामले पहले से दर्ज हैं. उधर, हरियाणा और दिल्ली में डेरा डालकर बैठी बरेली एसओजी की टीम ने भी अभी तक कुछ खास इनपुट नहीं दिए हैं. ऐसे हालात में बरेली के एसएसपी अनुराग आर्य ने एक स्पेशल टीम भी बनाई है. इस टीम सभी तरह के आपराधिक मामलों के एक्सपर्ट इंस्पेक्टर और दरोगा शामिल हैं. यह टीम पहले से जांच कर रही टीमों से इतर काम कर रही है. एसएसपी के मुताबिक बदमाशों के बारे में कुछ अहम इनपुट मिले हैं. हालांकि अभी साफ तौर पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.

अधिकारियों के साथ मीटिंग करते एसएसपी अनुराग आर्य

हरियाणा-दिल्ली में भी खाक छान रही पुलिस

पुलिस के मुताबिक वारदात की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा और गोल्डी बरार ने ली है. इन दोनों बदमाश विदेश में बैठे हैं और दिल्ली व हरियाणा को केंद्र बनाकर अपने गैंग को ऑपरेट करते हैं. ऐसे में पुलिस की अलग अलग टुकड़ियों को दिल्ली और हरियाणा भेजा गया है. हरियाणा में यह टीम गुरुग्राम से लेकर हिसार रोहतक की जेलों में बंद इस गैंग के गुर्गों से पूछताछ कर रही है. वहीं दिल्ली में मौजूद टीम साइबर यूनिट से मिले कुछ अलग तरह के इनपुट की जांच में जुटी है.

दो दिन में खंगाल डाले ढाई हजार CCTV कैमरे

बरेली पुलिस की एक टीम बीते दो दिनों से लगातार सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है. अब तक इस टीम ने टोल प्लाजा से लेकर विभिन्न कालोनियों में लगे ढाई हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल डाली है. हालांकि अभी तक किसी भी कैमरे में बदमाशों के चेहरे नजर नहीं आए हैं. कुछ कैमरों में बदमाशों को भागते हुए देखा तो गया है, लेकिन ये बदमाश हेलमेट लगाए नजर आ रहे हैं. वहीं अंधेरा होने की वजह से भी उनकी पहचान नहीं हो पा रही. फिलहाल मामले की जांच में यूपी पुलिस के साथ ही यूपी एसटीएफ की टीमें भी लग गईं हैं.