शव के किए 7 टुकड़े, दो बोरियों में भरा फिर… पूर्व प्रधान ने प्रेमिका की निर्मम हत्या की
झांसी में एक पूर्व प्रधान ने अपनी प्रेमिका की निर्मम हत्या कर दी. फिर उसके शव के टुकड़े कर बेरियों में भरकर फेंक दिया. आरोपी ने अपने भतीजे और एक साथी की मदद से हत्या को अंजाम दिया. पुलिस ने पूर्व प्रधान और उसके भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि फरार तीसरे आरोपी पर 25000 का इनाम रखा है.
झांसी में एक पूर्व प्रधान की अपनी प्रेमिका की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है. शादी के दबाव में आकर पूर्व प्रधान ने अपनी प्रेमिका की हत्या कर शव के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. आरोपी ने अपने भतीजे और एक साथी के साथ मिलकर प्रेमिका को मौत के घाट उतार है. पुलिस ने आरोपी और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया है. जांच में पूरा खौफनाक सच सामने आया है.
यह घटना प्रेम और विश्वासघात की एक भयावह दास्तां है, जो समाज को झकझोर कर रख देती है. इसके पीछे की कहानी सुन आप भी हैरान हो जाएंगे. महिला का लाश 13 अगस्त को तोड़ीफतेहपुर इलाके में बोरी-बोरी से मिली थी. मृतका की पहचान टीकमगढ़ की रहने वाली रचना यादव के रूप में हुई है. जबकि आरोपी पूर्व प्रधान संजय पटेल झांसी के महेवा गांव का रहने वाला है.
शव को 7 टुकड़ों में काटा फिर बोरियों में भरकर फेंका
दरअसल, ये घटना 9 अगस्त की है. इसके चार दिन बार 13 अगस्त एक कुएं के अंदर बोरियों में शव के टुकड़े मिले थे. इससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. आरोपी ने गर्लफ्रेंड के शव को 7 टुकड़ों में काट था. फिर उसने 3 टुकड़े बोरी में भरकर कुएं में डाल दिए और बाकी टुकड़ों को 7 किलोमीटर दूर नदी में फेंक दिया था. पुलिस ने इस हत्या के मामले में 10 टीमें बनाकर जांच शुरू की थी.
पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर में सभी कड़ियों को बारी-बारी से जोड़ते हुए महेवा गांव के पूर्व प्रधान और उसके भतीजे को गिरफ्तार किया. फिर पुछताछ में दोनों की जानकारी पर पुलिस ने आज नदी से महिला का सिर समेत अन्य बॉडी के पार्ट बरामद किए हैं. इस मामले में पूर्व प्रधान का दोस्त प्रदीप उर्फ दीपक अहिरवार भी आरोपी है, जो फिलहाल फरार चल रहा है.
बोरियों में चिपकी मिट्टी की जांच से निकले सबूत
पूर्व प्रधान ने अपनी गर्लफ्रेंड की गला घोंटकर हत्या की थी. इस ब्लाइंड मर्डर मिस्ट्री का राज बोरियों में चिपकी मिट्टी की जांच से सामने आया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक झांसी बीबीजीटीएस मूर्ति ने बताया कि यह एक ब्लाइंड मर्डर था. इसके लिए कुल 18 टीमें बनाई गई. 10 टीमों को मिसिंग महिला की जांच में लगाया गया था. वहीं, फॉरेंसिंक टीमें घटना स्थल से नमूने लिए थे.
वहीं, जांच के लिए लैब भेजे गए नमूने में बोरियों में चिपकी मिट्टी से आखिरकार गुनाह का राज खुला. पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि महिला ने अपने पूर्व पति पर केस दर्ज किया था, जिसकी पैरवी पूर्व प्रधान संजय पटेल कर रहा था. इसी दौरान दोनों में धीरे-धीरे प्यार बढ़ने लगा. बाद में महिला ने शादी का दबाव बनाया तो पूर्व प्रधान ने भतीजे और दोस्त के साथ मिलकर उसकी निर्मम हत्या कर दी.