केशव मौर्य के बाद ब्रजेश पाठक… अमित शाह से हो रही इन मुलाक़ातों की असली वजह क्या है?

उत्तर प्रदेश की राजनीति में कयास लगाए जा रहे हैं कि यहां बड़े स्तर पर फेरबदल हो सकते हैं. ये फेरबदल बीजेपी के संगठनात्मक ढांचे और मंत्रिमंडल में हो सकते हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने यूपी की राजनीति के बड़े चेहरों जैसे केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक से मुलाकात की है. इसके पीछे की अहम वजह क्या हो सकती है इसके बारे में जानते हैं.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक Image Credit: ट्विटर

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के संगठन और योगी आदित्यनाथ सरकार में बड़े बदलाव की सुगबुगाहट तेज हो गई है. इस बीच, गुरुवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने दिल्ली में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, जिसे इन संभावित फेरबदल से जोड़कर देखा जा रहा है. इससे पहले, 8 जुलाई को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी अमित शाह से मिल चुके हैं.

सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद योगी मंत्रिमंडल में भी बदलाव की संभावना है. ब्रजेश पाठक ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट शेयर किया. करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत, हमारे पथ प्रदर्शक देश के यशस्वी गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह से आज दिल्ली में स्नेहिल भेंट कर प्रदेश की समृद्धि एवं विकास से जुड़े कई अहम विषयों पर कुशल मार्गदर्शन प्राप्त किया. अपना बहुमूल्य समय एवं मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए आपका हृदय की अनंत गहराइयों से आभार एवं धन्यवाद व्यक्त करता हूं.

हो सकती है मंत्रिमंडल में फेरबदल

बीजेपी के संगठनात्मक ढांचे में बड़े बदलाव की तैयारी चल रही है. पार्टी सूत्रों के अनुसार, संगठन के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया के बाद उम्मीद है कि योगी मंत्रिमंडल में फेरबदल की संभावना जताई जा रही है. वर्तमान में योगी सरकार में 54 मंत्री हैं, जबकि अधिकतम 60 मंत्री हो सकते हैं. यानी 6 पद अभी भी खाली हैं. इन रिक्त पदों पर नए चेहरों को शामिल करने की चर्चा है.

पार्टी के भीतर यह भी चर्चा है कि कुछ मंत्रियों को संगठन में नई जिम्मेदारियां दी जा सकती हैं, जबकि कुछ मंत्रियों के विभागों में बदलाव या उन्हें मंत्रिमंडल से हटाया भी जा सकता है. खासतौर पर, लोकसभा चुनाव 2024 में अपेक्षित प्रदर्शन न कर पाने वाले मंत्रियों और नेताओं पर नजर है.

नए चेहरों को मौका, पुराने नेताओं को नई जिम्मेदारी

संगठन में नए चेहरों को शामिल करने की खबर है और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी को सरकार में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है. वहीं उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की अटकलें हैं.
जितिन प्रसाद और अनूप प्रधान वाल्मीकि के सांसद बनने के बाद उनके मंत्रिपद खाली हैं, जिन्हें भरने के लिए नए नेताओं को मौका दिया जा सकता है.

2027 विधानसभा चुनाव की तैयारी

ये बदलाव 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी की सीटें 64 से घटकर 33 हो गई थीं, जिसके बाद पार्टी नेतृत्व ने संगठन और सरकार को और मजबूत करने का फैसला लिया है. उपचुनाव में हाल की जीत ने पार्टी का मनोबल बढ़ाया है.

फेरबदल की खबरों के बीच नेताओं का दिल्ली दौरा भी तेज हो गया है. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य के अलावा, कई अन्य नेता भी केंद्रीय नेतृत्व से संपर्क साध रहे हैं. संगठन और सरकार में अहम पदों की चाह रखने वाले नेता लखनऊ से दिल्ली तक सक्रिय हो गए हैं.