स्वामी प्रसाद मौर्य के कावंड़ियों पर बयान पर बवाल, VHP ने किया आवास के शुद्धिकरण का ऐलान; फोर्स तैनात
विश्व हिन्दू परिषद ने स्वामी प्रसाद के लखनऊ स्थित आवास पर गंगाजल डालकर शुद्धिकरण का ऐलान किया है. इस ऐलान के बाद बड़ी संख्या में परिषद कार्यकर्ता स्वामी प्रसाद के आवास पर पहुंच भी गए. हालांकि पहले से बवाल की आशंका के मद्देनजर वहां तैनात पुलिस ने करीब दर्जन भर कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.

उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के कांवड़ियों को लेकर दिए गए बयान पर बवाल शुरू हो गया है. विश्व हिन्दू परिषद ने स्वामी प्रसाद के लखनऊ स्थित आवास पर गंगाजल डालकर शुद्धिकरण का ऐलान किया है. इस ऐलान के बाद बड़ी संख्या में परिषद कार्यकर्ता स्वामी प्रसाद के आवास पर पहुंच भी गए. हालांकि पहले से बवाल की आशंका के मद्देनजर वहां तैनात पुलिस ने करीब दर्जन भर कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है. इन सभी लोगों को फिलहाल ईको गार्डन भेजा गया है.
स्वामी प्रसाद मौर्य ने हाल ही में कांवड़ियों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी पर तमाम हिन्दू संगठनों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी. वहीं विश्व हिंदू रक्षा परिषद ने रोष प्रकट करते हुए पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद के लखनऊ स्थित आवास का गंगाजल से शुद्धिकरण का ऐलान कर दिया था. इस के लिए आज सुबह 9 बजे का टाइम तय किया गया था. इस ऐलान के बाद से लखनऊ पुलिस हरकत में आ गई थी. गुरुवार की सुबह-सुबह भारी संख्या में पुलिस फोर्स ने स्वामी प्रसाद के आवास को घेर लिया और यहां हर आने जाने वालों की चेकिंग शुरू हो गई थी.
डेढ़ दर्जन कार्यकर्ता अरेस्ट
इसी बीच सुबह करीब साढ़े 8 बजे करीब आधा दर्जन विश्व हिन्दू रक्षा परिषद के कार्यकर्ता हाथों में गंगाजल लेकर स्वामी प्रसाद के आवास की ओर बढ़े, लेकिन वहां पहले से मौजूद पुलिस फोर्स ने उन्हें रोक लिया. इस दौरान पुलिस और परिषद कार्यकर्ताओं के बीच गर्मागर्म बहस भी हुई. इसके बाद पुलिस ने इन सभी को हिरासत में लेकर सरकारी गाड़ी में बैठाया और ईको गार्डन भेज दिया. पुलिस के मुताबिक फिलहाल मौके पर शांति व्यवस्था बनी हुई है.
पहले भी विवादों में रहे हैं स्वामी प्रसाद
कांवड़ियों पर आपत्ति जनक टिप्पणी कर सुर्खियों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य का यह विवाद कोई पहली बार नहीं हुआ है. वह पहले भी सनातन धर्म और सनातन धर्म से जुड़े प्रतीकों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी कर विवादों में रहे हैं. इससे पहले उन्होंने श्रीराम चरित मानस और मनुस्मृति पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. इस संबंध में उनके खिलाफ मुकदमे भी दर्ज हुए थे.



