‘SIR में BLO की मौत संस्थागत हत्या’, योगी सरकार पर हमलावर कांग्रेस; बोली- हमारे समय में तो ऐसा नहीं हुआ

उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने योगी सरकार पर एसआईआर प्रक्रिया को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. अराधना मिश्रा 'मोना' ने बीएलओ की मौतों को 'संस्थागत हत्या' बताया, जिसका कारण आधी-अधूरी तैयारी और अत्यधिक मानसिक दबाव है. कांग्रेस का आरोप है कि यह प्रक्रिया 'वोट काटने की साजिश' है, जिससे पात्र मतदाताओं को परेशान किया जा रहा है.

आराधना मिश्रा मोना Image Credit:

उत्तर प्रदेश कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने विशेष गहन संशोधन (SIR) को लेकर योगी आदित्यनाथ की सरकार और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए. मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए उन्होंने SIR को ‘वोट काटने की साजिश’ और BLO की मौत को संस्थागत हत्या बताया. कहा कि उनके ऊपर जान बूझकर ‘जानलेवा दबाव’ बनाया गया.

मोना ने कहा कि आधी-अधूरी तैयारी, बिना ट्रेनिंग और कम समय में प्रक्रिया पूरी कराने से BLO पर अत्यधिक मानसिक दबाव पड़ा. इसकी वजह से प्रदेश में दर्जनों बीएलओ की मौत हुई. आराधना मिश्रा मोना ने सवाल उठाया कि जब SIR पहले से तय था तो BLO को पहले ट्रेनिंग क्यों नहीं दी गई? शिक्षक से अपेक्षा है कि वह पढ़ाई भी संभाले और पूरा प्रशासनिक काम भी करे, यह उचित नहीं. स्कूलों में तैनात शिक्षकों के SIR ड्यूटी पर होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई चौपट हो रही है.

SIR के विरोधी नहीं, मानवता के पक्षधर

मोना ने कहा कि सरकार की चेतना तब जागती है जब किसी कर्मचारी की मौत हो जाती है. विपक्ष सुझाव देता है तो सरकार उसकी नियत पर ही सवाल उठाने लगती है. कांग्रेस नेता ने कहा कि हम SIR के विरोधी नहीं हैं. बल्कि पूरा विपक्ष मानवता के पक्ष में है. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची का शुद्धिकरण लोकतंत्र के लिए जरूरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कर्मचारियों को अमानवीय तरीके से परेशान किया जाए.

वोट काटने की साजिश का आरोप

उन्होंने कहा कि 2003 की वोटर लिस्ट में मौजूद जीवित और पात्र मतदाताओं को भी दस्तावेज के नाम पर कैटेगरी C में डाला जा रहा है. यह लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला है. उन्होंने बीएलओ की मौत की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि ये सिस्टम की नाकामी का प्रमाण हैं. कहा कि हमारी कांग्रेस सरकारों में भी SIR हुआ, लेकिन इस तरह मतदाताओं और कर्मचारियों को परेशान नहीं किया गया. यह सिर्फ वोट काटने की साजिश है.