UP: 2025 में 46 हजार एक्सीडेंट-24000 मौतें, CM योगी बोले- सिर्फ चालान से काम नहीं चलेगा…

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2025 में 46 हजार से अधिक दुर्घटनाएं और 24 हजार से ज्यादा मौतें गंभीर चेतावनी है. एक भी मृत्यु पूरे परिवार के लिए आजीवन पीड़ा है. सीएम योगी ने 1 जनवरी 2026 से प्रदेशव्यापी 'सड़क सुरक्षा माह' आयोजित करने के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फाइल फोटो) Image Credit:

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में बढ़ती दुर्घटनाएं और इसमें होने वाले मौतों पर कड़ा निर्देश दिया. शनिवार को समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने 1 जनवरी से 31 जनवरी 2026 तक प्रदेश भर में ‘सड़क सुरक्षा माह’ आयोजित करने के निर्देश दिए. इस दौरान सीएम ने सड़कों पर स्टंटबाजी करने वालों और चालान के साथ कठोर कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं.

बैठक में बताया गया कि साल 2025 में नवंबर तक प्रदेश में कुल 46,223 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 24,776 लोगों की मृत्यु हुई है. सीएम योगी ने इसे अत्यंत गंभीर बताते हुए कहा कि यह केवल प्रशासनिक या तकनीकी समस्या नहीं हैं, बल्कि यह एक बड़ी सामाजिक चुनौती है. एक भी मृत्यु पूरे परिवार को जीवन भर का दर्द दे जाती है.

सड़क सुरक्षा माह 4-ई मॉडल पर होंगे संचालित

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सड़क सुरक्षा अभियान किसी भी स्थिति में औपचारिकता बनकर न रह जाए, बल्कि यह प्रत्येक नागरिक के जीवन से जुड़ा जन आंदोलन बने. सड़क सुरक्षा माह को 4-ई मॉडल के आधार पर संचालित किया जाएंगे, जिसमें शिक्षा, प्रवर्तन, इंजीनियरिंग और इमरजेंसी केयर चारों स्तंभों पर समान रूप से कार्य किए जाएंगे.

सीएम ने कहा कि लोगों को केवल नियमों की जानकारी देना पर्याप्त नहीं है, बल्कि यह समझाना आवश्यक है कि यातायात नियमों का पालन उनके स्वयं के जीवन, उनके परिवार और समाज की सुरक्षा से सीधे जुड़ा है. उन्होंने प्रदेश की प्रत्येक तहसील, ब्लॉक और जिला मुख्यालयों पर जागरूकता संबंधी प्रचार सामग्री भी लगाने के निर्देश दिए.

केवल चालान करना स्थायी समाधान नहीं है- CM योगी

मुख्यमंत्री ने इस अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडेट कोर, आपदा मित्र, स्काउट गाइड और सिविल डिफेंस जैसे संगठनों को जोड़ने के निर्देश दिए. साथ ही कहा कि युवाओं और स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता से ही यह अभियान जन आंदोलन बन सकेगा. जब तक समाज स्वयं जिम्मेदारी नहीं लेगा, तब तक अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सकते.

उन्होंने कहा कि केवल चालान करना सड़क दुर्घटनाओं का स्थायी समाधान नहीं है. जो लोग आदतन यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं, उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए. ड्राइविंग लाइसेंस और वाहन सीज करने की स्पष्ट नियमावली तैयार कर उसका सख्ती से पालन कराया जाए. उन्होंने कहा कि सड़क सुरक्षा के मामलों में कठोरता अनिवार्य है.

स्टंटबाजी करने वाले युवकों पर होगी पूरी सख्ती

मुख्यमंत्री ने हाइवे और एक्सप्रेसवे के किनारे लंबे समय तक खड़े वाहनों, डग्गामार वाहनों और सड़क किनारे कतारबद्ध खड़े ट्रकों को गंभीर दुर्घटना का कारण बताते हुए इनके विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए. साथ ही स्टंटबाजी करने वाले युवकों पर पूरी सख्ती बरतने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि स्टंटबाजी अपनी और अन्य लोगों के जीवन के लिए गंभीर खतरा है.