थाने में SOG की मदद से चल रहा था उगाही का खेल, ऐसे हुआ खुलासा; इंस्पेक्टर-दरोगा समेत चार सस्पेंड

उत्तर प्रदेश में कासगंज पुलिस की उगाही का खेल उजागर हुआ है. पटियाली थाने में SOG की मिलीभगत से एक निर्दोष व्यक्ति से तीन लाख रुपये की उगाही की गई. पीड़ित की शिकायत पर एसपी ने जांच के बाद थानाध्यक्ष रामवकील सिंह, दरोगा विनय शर्मा और दो अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

सांकेतिक तस्वीर

उत्तर प्रदेश के कासगंज में पुलिस की उगाही का बड़ा खेल उजागर हुआ है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक कासगंज ने पटियाली थाने के कोतवाल रामवकील और दरोगा विनय शर्मा समेत चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. एसपीने इन चारों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं. वहीं एसपी के आदेश पर सीओ पटियाली ने मामले की जांच शुरू कर दी है. मामला पटियाली थाना क्षेत्र के ही सहावर गांव का है.

पुलिस कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक सहावर निवासी अजय कुमार वर्मा ने पिछले दिनों पुलिस अधीक्षक कासगंज को लिखित शिकायत दी थी. इसमें बताया कि कुछ दिन पहले SOG में तैनात सिपाही पवन एक शातिर बदमाश जय प्रकाश उर्फ जेपी के साथ उसके घर आया और उसके ऊपर चोरी का सामान रखने का आरोप लगाते हुए खूब धमकाया. कहा कि उसने चोरी के जेवर और 50 हजार रूपये नहीं दिए, तो उसे जेल भेज दिया जाएगा.

परिजनों ने कर्ज लेकर जुटाई रिश्वत की रकम

इसके पवन उसे पकड़ कर पटियाली थाने में ले आया, जहां थाने के सिपाही सोवरन सिंह ने भी उसे धमकाया और यहां आने के बाद 50 हजार रुपये से बढ़कर डिमांड तीन लाख रुपये हो गई. पुलिस के खौफ में पीड़ित ने अपने बच्चों को फोन किया और पास पड़ोस से कर्ज लेकर 3 लाख रुपये जुटाने को कहा. इसके बाद पीड़ित के परिजनों ने यह रकम लाकर सिपाही सोवरन सिंह को दी और उसे थाने से छुड़ाकर घर ले गए. इसके बाद पीड़ित ने एसपी ऑफिस में शिकायत दी.

जांच में दोषी पाए गए पुलिस वाले

इस शिकायत पर एसपी कासगंज ने गोपनीय जांच कराई. इसमें पीड़ित द्वारा पुलिस पर लगाए गए आरोप प्रमाणित हुए. ऐसे में एसपी के ही आदेश पर पटियाली थाने में ही कांस्टेबल सोवरन सिंह, पवन, भूदेव राजपत एवं अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. वहीं मामले में तत्काल एक्शन लेते हुए एसपी कासगंज ने पटियाली इंस्पेक्टर रामवकील सिंह, SOG प्रभारी उप निरीक्षक विनय शर्मा, आरक्षी पवन और सोवरन सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए मामले की जांच सीओ पटियाली को सौंप दी है.

रिपोर्ट: देवेन्द्र यादव, कासगंज