‘छांगुर के मददगार थे सपा के पूर्व MLA आरिफ अनवर’, बीजेपी नेता का दावा

छांगुर गैंग की एक के बाद एक सारी काली करतूतों का भांडाफोड़ होता जा रहा है. इसे लेकर बलरामपुर के बीजेपी नेता अनिल श्रीवास्तव का दावा है कि छांगुर का साम्राज्य बनाने में सपा के तत्कालीन विधायक आरिफ अनवर हाशमी का सबसे बड़ा हाथ है. इसके अलावा उन्होंने ऐसी कई बातें बताई हैं, जिसके बाद छांगुर के पॉलिटिकल कनेक्शन को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं.

छांगुर बाबा (फाइल फोटो)

बलरामपुर से संचालित अवैध धर्मांतरण गिरोह के सरगना जलालुद्दीन उर्फ छांगुर के तार उतरौला से सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी से जुड़ रहे हैं. हाशमी के संरक्षण में ही छांगुर ने अपने गैंग का विस्तार किया. हाशमी की बदौलत ही छांगुर को प्रशासनिक मशीनरी का पूरा सहयोग मिलता रहा. हाशमी पहले से ईडी की जांच का सामना कर रहे हैं. ईडी हाशमी और उसके सहयोगियों की 120 करोड़ से अधिक की संपत्तियां भी जब्त कर चुकी है.

बीजेपी नेता ने बताई ये बात

बलरामपुर के बीजेपी नेता अनिल श्रीवास्तव का दावा है कि छांगुर का साम्राज्य बनाने में सपा के तत्कालीन विधायक आरिफ अनवर हाशमी का सबसे बड़ा हाथ है. भाजपा नेता ने दावा किया कि छांगुर पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी का ही शागिर्द था. उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व सपा MLA उसके साथ कई अवैध कार्यों में सक्रिय रहे हैं. उनका कहना है कि न सिर्फ बलरामपुर बल्कि आसपास के जिलों में भी उसका रैकेट चलता था. यूपी में बीजेपी की सरकार आने के बाद उनके मामले उजागर हुए. और फिर कई मुकदमे दर्ज हुए.

अनिल श्रीवास्तव का दावा है कि छांगुर, आरिफ अनवर हाशमी की शह पर ही आगे बढ़ा था. उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति कैसे इतना बड़ा स्कैम करता रहा. अधिकारियों की नाक के नीचे ये सारा खेल चलता रहा.

छांगुर का पॉलिटिकल कनेक्शन

उनकी कहना है कि छांगुर भले ही राजनीतिक रूप से किसी अहम पद पर नहीं रहा, लेकिन राजनीतिक रसूख बढ़ाने की उसकी इच्छा हमेशा रही. उतरौला तहसील के रेहरामाफी में पंचायत चुनाव में भी उसने अपनी ताकत दिखाई थी. उसने एक बार पत्नी तो दूसरी बार बेटे को ग्राम प्रधान भी बनवाया था. चुनावों के जरिए वो अपनी काली कमाई को सफेद करने की तैयारी कर रहा था.

उन्होंने बताया कि साल 2023 में जब सादुल्लाहनगर में धर्मांतरण के नाम पर बड़ा खेल हो रहा था. उतरौला में भी सब कुछ ठीक नहीं था. जमीनों को कब्जा कराया जा रहा था और पुलिस, कब्जेदारों के साथ खड़ी नजर आ रही थी. उस समय सपा के पूर्व विधायक आरिफ अनवर हाशमी से जुड़े मामलों का खुलासा तत्कालीन डीएम अरविंद सिंह ने किया था.