मेरठ में 300 हेक्टेयर में बनेगी यूपी की पहली विश्वस्तरीय टाउनशिप, जानें क्या होगा फायदा?
मेरठ में 300 हेक्टेयर में एक विश्वस्तरीय टाउनशिप का विकास किया जा रहा है. ये यूपी की पहली ऐसी टाउनशिप है, जहां बड़ी कंपनियां आ सकती हैं. मिक्स लैंडयूज प्लानिंग से आवासीय, वाणिज्यिक, और सामाजिक सुविधाएं एक ही जगह उपलब्ध होंगी. इस प्रोजेक्ट के लिए 1258 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं और पहले चरण में 140 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है. यह टाउनशिप मेरठ को आधुनिक सुविधाएं और बेहतर जीवन स्तर प्रदान करेगा.
मेरठ में विश्वस्तरीय टाउनशिप विकसित की जाएगी. ये यूपी की पहली ऐसी टाउनशिप है जहां, विश्व की सबसे बड़ी कंपनियों के आने की उम्मीद है. साथ ही मिक्स लैंडयूज की वजह से एक ही जगह पर यहां हर सुविधा मिलेगी. इस मिक्स लैंडयूज टाउनशिप में कमर्शियल एक्टिविटीज के साथ-साथ स्कूल,कॉलेज, बैंक,अस्पताल आदि बनाया जाएगा. इस टाउनशिप को मेरठ विकास प्राधिकरण के तत्कालीन उपाध्यक्ष अभिषेक पांडे ने दो स्टेज में लाने की घोषणा की थी. इसमें अब तक पहले स्टेज की 150 हेक्टेयर भूमि को अधिगृहित किया जाना है. ऐसा माना जा रहा है कि 2031 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा.
मेरठ के दिल्ली रोड पर मोहिउद्दीनपुर में 300 हेक्टेयर में फेस-वन व फेस-टू के रूप में टाउनशिप विकसित करने की तैयारी चल रही है. इसके अंतर्गत प्रदेश सरकार ने पहले चरण के लिए 503 करोड़ रुपये मेरठ विकास प्राधिकरण (मेडा) के लिए स्वीकार किया है. इसमें मेडा को 409 करोड़ दिए जा चुके हैं.
दो फेज के लिए 1258 करोड़ रुपये देने पर सहमति
इस इंटीग्रेटेड टाउनशिप के लिए रैपिड मेट्रो के मेरठ साउथ स्टेशन के आसपास चार गांवों में किसानों से सहमति के आधार पर जमीन खरीदी जा रही है. पहले स्टेज में इसमें 150 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाना था. जिसमें से 140 हेक्टेयर की जमीन प्राधिकरण ने ले भी ली है. शासन ने दोनों फेज के लिए कुल 1258 करोड़ रुपये देने पर सहमति दी थी. इसके अंतर्गत 11 जनवरी 2024 को 200 करोड़, 25 दिसंबर 2024 को 200 करोड़ रुपये मेडा को मिल चुके हैं.
मेरठ को टाउनशिप से क्या होगा फायदा?
मेरठ में रैपिड आने के बाद से दिल्ली और एनसीआर के अन्य जिलों से भी कनेक्टिविटी भी बढ़ चुकी है. खास बात ये है कि दिल्ली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट से भी रैपिड की कनेक्टिविटी है. इस टाउनशिप से मेरठ को नई उड़ान मिलने जा रही है. मेरठ शहर में ज्यादा आबादी होने की वजह से शहर में न तो रहने की जगह और न ही पार्किंग की व्यवस्था है. साथ ही पूरा शहर बरसात के समय पर पानी भर जाने की वजह से गंदगी हो जा रही थी.
टाउनशिप में ये होगा
इस टाउनशिप में 50 फीसदी जमीन पर मकान, प्लाट, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, स्कूल और अस्पताल होंगे, इस के साथ टावर आदि के लिए आरक्षण रहेगा. बाकी जमीन पर सड़क, सीवर, पार्क, हरियाली के लिए आरक्षित होगी. योजना में 30 हजार से ज्यादा मकान और प्लॉट होंगे जहां करीब दो लाख लोग अपने सपनों का घर बना सकेंगे.
मेरठ में 300 हेक्टेयर में एक विश्वस्तरीय टाउनशिप का विकास किया जा रहा है. ये यूपी की पहली ऐसी टाउनशिप है, जहां बड़ी कंपनियां आ सकती हैं. मिक्स लैंडयूज प्लानिंग से आवासीय, वाणिज्यिक, और सामाजिक सुविधाएं एक ही जगह उपलब्ध होंगी. इस प्रोजेक्ट के लिए 1258 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं और पहले चरण में 140 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण हो चुका है. यह टाउनशिप मेरठ को आधुनिक सुविधाएं और बेहतर जीवन स्तर प्रदान करेगा.