सुबह-सुबह एनकाउंटर में ढेर हुए दोनों आरोपी, फिर भी राघवेंद्र की पत्नी क्यों कर रही हैं CBI जांच की मांग?
सीतापुर के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में पुलिस ने दो इनामी शूटरों का एनकाउंटर किया है. हालांकि, उनकी पत्नी रश्मि बाजपेयी इस एनकाउंटर से असंतुष्ट हैं. उनका आरोप है कि पूरे मामले को दबाया गया और उन्हें न्याय नहीं मिला है. उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की भी मांग की है.
सीतापुर जिले के चर्चित पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में गुरुवार को इंसाफ का दिन रहा. पुलिस ने सुबह-सुबह दोनों इनामी शूटरों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. यूपी एसटीएफ और सीतापुर पुलिस की संयुक्त टीम ने पिसावां में दोनों बदमाशों को ढेर किया है. इस बीच, पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की पत्नी रश्मि वाजपेयी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं.
पीड़िता रश्मि वाजपेयी का कहना है कि वह पुलिस एनकाउंटर से संतुष्ट नहीं हैं. पूरे मामले को शुरू से आखिर तक दबाया गया है. उन्होंने कहा कि पुलिस झूठ का वाहवाही लुट रही है. हम इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करते रहेंगे. उनके साथ अन्याय हुआ है, बच्चे अनाथ हो गए हैं. पुलिस एनकाउंटर में राजू तिवारी उर्फ रिजवान और संजय तिवारी उर्फ शिब्बू उर्फ शकील खान ढेर हुआ है.
CBI जांच में असली चेहरे बेनकाब हो जाएंगे
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की विधवा पत्नी का ने कहा, ‘जो एनकाउंटर दिखाया जा रहा है, उससे हम संतुष्ट नहीं हैं. पुलिस झूठ का वाहवाही ले रही है. पूरे मामले को शुरू से आखिर तक दबाया गया, लेकिन हमें न्याय नहीं मिला. जब तक अंतिम संस्कार नहीं हुआ, नेता से लेकर मंत्री तक, सब हमें न्याय दिलाने की बात करते रहे. लेकिन उसके बाद किसी ने नहीं पूछा कि क्या हुआ, बच्चे कैसे ज़िंदा रहेंगे? किसी ने परवाह नहीं की और हमें कहीं से भी न्याय नहीं मिला.’
उन्होंने यह भी कहा है कि उन्होंने शुरू से ही सरकार से अनुरोध किया था कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी जाए. लेकिन ऐसा नहीं किया गया क्योंकि इसमें असली चेहरे बेनकाब हो जाते. दूध का दूध और पानी का पानी हो जाता, लेकिन हमारी बात नहीं सुनी गई. यहां तक कि प्रशासन ने भी आश्वासन दिया था कि मेरे सामने दोनों का एनकाउंटर किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उनका कहना है कि जब तक सीबीआई जांच नहीं होगी, वे आवाज़ उठाते रहेंगे. उनके साथ अन्याय हुआ है, बच्चे अनाथ हो गए हैं.
लखनऊ-दिल्ली NH पर हुई थी हत्या
यूपी एसटीएफ और पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में इस हत्या में शामिल दोनों शूटरों को ढेर किया. इन दोनों ने पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की 8 मार्च को लखनऊ दिल्ली नेशनल पर सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह घटना थाना इमलिया सुल्तानपुर इलाके के हेमपुर रेलवे ओवरब्रिज की है. मर्डर के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे. इस बीच मंगलवार की देर दोनों पुलिस मुठभेड़ में घायल हुए.
पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि पुलिस और एसटीएफ पिसावां महोली मार्ग पर सर्च ऑपरेशन चला रही थी. इस दौरान शूटर संजय तिवारी और राजू तिवारी बाइक से जा रहे थे. जब बाइक को रोकने बोला गया तो दोनों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. वहीं, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हो गए, इसके उन्हें इलाज के अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है.