‘…तो 5% हो जाएगी संभल में हिंदुओं का आबादी’, आचार्य प्रमोद कृष्णम बोले- बचे हुए भी भयभीत

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने संभल में घटती हिंदू आबादी पर चिंता जताई है. उन्होंने कहा कि यहां के हिन्दुओं के लिए सुरक्षा की मांग की. साथ ही कहा कि जो 15 फीसदी हिंदू बचे हैं वो भी भयभीत हैं. उन्होंने कहा कि संभल में ये अन्याय आजादी के बाद से ही शुरु हो गया था.

आचार्य प्रमोद कृष्णम (फाइल फोटो) Image Credit:

यूपी के संभल पर बनी कमेटी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रिपोर्ट सौंप दी है. इस पर कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने संभल में दंगों और हिंदूओं की घटती आबादी पर गंभीर चिंता जताई है. उनका दावा है कि संभल में स्थितियां बहुत गंभीर हैं. वहां हिन्दुओं को बड़ी सुरक्षा उपलब्ध कराने की जरूरत है.

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि संभल में हिन्दुओं के बीच डर का माहौल है. हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ये भी सच है कि संभल में हर हिंदुओं के चेहरे पर चिंता की लकीर है. उन्होंने कहा कि 1947 में देश आजाद हुआ, लेकिन संभल की स्थिति अलग रही. यहां ज्यादातर समय तालिबानी की हुकूमत रही है.

5% से भी कम हो सकती हिन्दुओं का आबादी

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने संभल हिंसा पर आई आयोग समिति की रिपोर्ट का हवाला दिया. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट में संभल में हिंदुओं की आबादी 45% से घटकर 15% बताया गया है. लेकिन बचे हुए जो 15 फीसदी हिंदू हैं वो भी भय में जी रहे हैं. आचार्य ने दावा किया कि अगर 2027 में सरकार बदल गई तो संभल में हिन्दुओं का आबादी 5% से भी कम हो सकती है.

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने संभल रिपोर्ट पर एनडीटीवी से बातचीत में यह बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि संभल श्री कल्कि अवतार की भूमि मानी जाती है, लेकिन सांस्कृतिक विरासत पर हो रहा हमला एक ऐतिहासिक विडंबना है. संभल के हिन्दुओं में पलायन की स्थिति बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. ये अन्याय आजादी के बाद से ही शुरु हो गया था.

संभल में तालिबानी समर्थक की हुकूमत रही

प्रमोद कृष्णम ने बताया कि 1526 से 1529 के बीच बाबर ने जब मंदिरों को तोड़ना शुरू किया, तब संभल और अयोध्या के मंदिर भी तोड़े गए. अयोध्या का मंदिर इसलिए तोड़ा गया क्योंकि वहां भगवान आए थे. वहीं संभल का मंदिर इसलिए निशाना बना क्योंकि यहां भगवान कल्कि का अवतार होना था. उन्होंने संभल सांसद के परिवार पर भी हमला बोला है.

उन्होंने कहा कि संभल में ज्यादातर समय तालिबानी समर्थक की हुकूमत रही है. संभल से जितने भी सांसद और विधायक बने वे सभी एक ही परिवार के थे. पूर्व सांसद दिवंगत डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के परिवार का ही राजनीति पर कब्जा था. ये लोग खुलेआम आतंकवादियों का समर्थन करते थे. प्रमोद कृष्णम ने बर्क को बेहद कट्टर इंसान बताया.