ये कौन सा जेहाद? भगवा पहन धार्मिक आयोजनों में जाते, फिर मौका देख काट लेते थे महिलाओं के जेवर

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में धार्मिक आयोजनों में बढ़ती आभूषण चोरी की घटनाओं पर पुलिस ने एक शातिर गिरोह का पर्दाफाश किया है. यह गिरोह मुस्लिम सदस्यों का था, जो भगवा वस्त्र और कलावा पहनकर मंदिरों व कथाओं में घुसते थे. मौका पाकर महिलाओं के जेवर चुराते थे. बिजनौर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से इस गैंग को पकड़ा, इनके पास से चोरी का माल और नकदी बरामद हुई है.

बिजनौर में जेवर काटने वाले गिरोह का खुलासा Image Credit:

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में होने वाले धार्मिक आयोजनों में कुछ समय से आभूषण चोरी की घटनाएं तेजी से बढ़ गई है. हालांकि बिजनौर पुलिस ने इस तरह की वारदातों को अंजाम देने वाले ऐसे ही एक गिरोह का खुलासा किया है. इस गिरोह के सभी सदस्य मुस्लिम हैं, लेकिन भगवा पहनते हैं और हाथों के कलावा बांधते हैं. इस प्रकार धार्मिक वेष भूषा धारण कर धार्मिक आयोजनों व मंदिरों में घुस जाते थे. वहीं मौका देखकर वहां मौजूद महिलाओं के जेवर बड़ी सफाई से काट लेते थे. पुलिस ने इनके पास से सोने के चार कंगन, कानों की झुमकी, टाप्स, चैन और सोना बेच कर मिला कैश भी बरामद किया है.

बिजनौर पुलिस के मुताबिक बीते 24 सितंबर को बिजनौर के किरतपुर कस्बे में भागवत कथा का आयोजन हुआ था. इस कथा के दौरान एक ही दिन में तीन महिलाओं की सोने की चेन काट ली गई थी. इस संबंध में किरतपुर के रहने वाले अरविन्द कुमार ने किरतपुर थाना पुलिस में शिकायत दी थी. बताया था कि उनकी पत्नी के गले से तीन तोले वजन की सोने की चेन काट ली गई है. उन्होंने बताया कि यह वारदात कथा में बैठे किसी बदमाश ने अंजाम दिया है. इस इनपुट पर एक्टिव हुई पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि कई अन्य कथाओं और आयोजनों में भी इसी तरह की वारदात हुई हैं.

सीसीटीवी कैमरे से खुला राज

पुलिस के मुताबिक शिकायत के आधार पर पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक और मैन्यूअल सर्विलांस की मदद से जांच शुरू की. इस दौरान सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली गई तो पता चला कि पीड़ित महिला के आसपास 7 लोग बैठे हुए थे. फुटेज में इन सातों लोगों की हरकतें संदिग्ध लगीं. पुलिस ने जब इन सातों लोगों की पहचान कराई तो परिणाम और भी चौंकाने वाले मिले. यह सभी मुस्लिम थे. इनमें से तीन राहिमीन अशरफ की पत्नी और अकरम की पुत्री है, शहबाज मिर्दगान मौहल्ले का और फैसल किरतपुर से सटे हसनपुर का है. पुलिस ने इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की. इसमें पता चला कि ये लोग हिन्दुओं के मंदिरों या धार्मिक आयोजनों में इस तरह की वारदातों को अंजाम देते हैं.

सभी आरोपी मुस्लिम, अरेस्ट

बताया कि उनके गैंग में मुस्तफाबाद दिल्ली निवासी फिरोज खान, पूजा उर्फ मुन्नी निवासी गाजियाबाद, आरिफ निवासी हापुड़ और रेखा निवासी खरखौदा मेरठ भी शामिल है. इस इनपुट पर पुलिस ने इन आरोपियों को भी अरेस्ट कर लिया है. बिजनौर के एसएसपी अभिषेक झा ने बताया यह गैंग बेहद शातिर है धार्मिक आयोजनों, मंदिरों में आई भीड़ में शामिल हो कर महिलाओं की ज्वैलरी काटने, चुराने का काम कर रहा था. सभी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है.